समान नागरिक संहिता लागू की जाए: प्रेम नाथ जोशी

होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़)। आजादी के 75 वर्षों में देश में बहुत कुछ बदला, राज बदले, ताज बदले, नामुमकिन दिखने वाले काम भी मुमकिन हो गए। आयोध्या में राम मंदिर का निर्माण शुरु हुआ, कश्मीर में 370 धारा समाप्त हुई तथा 35-ए का अंत हुआ। मुस्लिम महिलाओं को युगों से लटकती तीन तलाक से मुक्ति मिली, हलाला समाप्त हुआ। नारियों पर होने वाले अत्याचारों पर अंकुश लगा, अंधेरे प्रदेश रोशनी से जगमगा उठे। देश को सूखा समाप्त हुआ। नारियों को धूएं से मुक्ति मिली। उक्त बात आखिल भारतीय कल्याण मंच होशियारपुर के महासचिव प्रेम नाथ जोशी ने एक प्रैस विज्ञप्ति में करते हुए कहा कि स्वाच्छता अभियान से नागरिक जीवन में अभूत पूर्व परिवर्तन आया ग्रामीण जीवन में काया कल्प हुआ, परंतु कुछ एक मुस्लिम नेताओं की सोच में कोई बदलाव न आने के कारण समान नारिक संहिता लागू न हो सकी।

Advertisements

डा. अंबेडकर के प्रयास भी सफल न हो सके। भाजपा की पुरानी सोच भी रही, मांग भी रही इसके नेता इसे लागू करने के लिए अभियान भी चलाते रहे। अब इसकी कमान उत्तराखंड के मुख्य मंत्री पुष्कर सिंह धामी ने संभाल ली है और गत दिनों धामी जी ने इसके लिए कमेटी में गठित कर दी है इससे दूसरे राज्यों के लिए रास्ता भी दिखा दिया है। संविधान के अनुछेद 44 में समान नागरिक संहिता का उल्लेख करते हुए कहा गया है कि राज्य, भारत के समस्त क्षेत्र में नागरिकों के लिए एक समान नागरिक संहिता लागू करने का प्रयास करेंगे। उत्तराखंड में यह समान नागरिक संहिता लागू करने वाला उत्तराखंड पहिला राज्य नहीं होगा क्योंकि पुर्तगाल के शाषण काल से ही गवा एक ऐसा राज्य है यहां से समान नागरिक संहिता लागू है। इसके पूरे भारत में लागू होने से भारत के नागरिकों में देश-प्रेम की भावना जागेगी और छोटे-मोटे विवादों से मुक्ति मिलेगी और हजाव जैसे कानून से ड्रेस कोड पर आघात नहीं हो सकेगा।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here