होशियारपुर। डा. राज कुमार चब्बेवाल ने सिविल अस्पताल होशियारपुर के कोविड आइसोलेशन सैंटर का दौरा किया और मरीजों के इलाज के लिए किए गए इंतजामों का जायजा लिया। इस मौके पर उनके साथ सिविल सर्जन डा. रणजीत सिंह, सीनियर एसएमओ डा. जसविंदर सिंह, एसएमओ डा. जसविंदर सिंह, एसएमओ डा. सवाधी और एसएमओ हारटा डा. बद्धन भी मौजूद थे। इस अवसर पर डा. राज कुमार ने बताया कि सिविल अस्पताल में कोविड के मरीजों के लिए किए गए इंतजामों को देखकर संतुष्टि मिली।
उन्होंने बताया कि इस समय सिविल अस्पताल के कोविड वार्ड में लैवल-2 के 110 और लैवल 3 के 10 बैडों की व्यवस्था की गई है। इन वार्डों में बीते समय में बहुत गंभीर स्थिति में लाए गए मरीज भी ठीक हुए है। जिनका आक्सीजन लैवल 60 से 70 तक भी पहुंच गया था। डा. राज कुमार चब्बेवाल ने समूह डाक्टर व स्टॉफ को यह यकीनी बनाने के लिए कहा कि जिन कोविड फ्रंट लाइन डाक्टर व पैरामैडिकल स्टॉफ इन मरीजों की देख-भाल कर रहे हैं उनकी सभी की कोविड की वैक्सीनेशन हो चुकी है। इस संबंधी उनको बेहद संतोष हुआ कि अपनी जान पर खेलकर मरीजों की सेवा कर रहे पूरे स्टॉफ की कोविड की वैक्सीनेशन हो चुकी है। इस अवसर पर डा. राज कुमार ने यह भी बताया कि आती गर्मी को देखते हुए जल्दी कोविड आइसोलेशन में एसी लगाने की प्रक्रिया भी पूरी कर ली जाएगी।
इस संबंधी जानकारी देते हुए डा. राज कुमार ने बताया कि समूह सिविल अस्पताल स्टॉफ द्वारा सिविल सर्जन डा. रणजीत सिंह की अगवाई में माननीय जिलाधीश अपनीत रियात और एसएसपी होशियारपुर नवजोत सिंह माहल के दिशा-निर्देशानुसार कोविड के सारे एसओपी को ध्यान में रखते हुए जो कार्य किए जा रहे हैं उनको मेरा सलाम है। इस अवसर पर डा. राज कुमार ने पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह की कोविड के इंतजाम को लेकर पूरे पंजाब में सरकारी अस्पताल में आक्सीजन व अन्य दवाईयां मुहैया करवाने के तौर पर प्रयास की भरपूर प्रशंसा की। इस अवसर पर डा. राज कुमार ने बताया कि हालांकि पंजाब में कोविड के साथ मौत की दर खास तौर पर पंजाब के ग्रामीण इलाकों में बाकी राज्यों से ज्यादा है, लेकिन उन्हें भरोसा है कि लोगों को इस बारे चिता कर और अन्य सावधानिया अपनाकर जल्द ही इस पर नकेल डालने में कामयाबी हासिल की जाएगी।
इस अवसर पर उन्होंने बताया कि सभी ग्रामीण इलाकों में रहने वाले निवासियों आगे हाथ जोडक़र अपील है कि हम न सिर्फ अपने और अपने परिवार को कोविड के भयानक अंजामों से बचने के लिए यत्न करें बल्कि इसके साथ हम यह भी यकीनी बनाए कि कोविड से होने वाले नुकसान से हम दूसरे गांव निवासियों व साथियों को भी सजक करिए। इस मुश्किल की घड़ी में एक दूसरे के सहयोग के साथ इस महामारी से मुक्ति पा सके।