पंजाब जल रहा था और दुलों बांसुरी बजा रहा था

रोम जल रहा था और नीरो बांसुरी बजा रहा था। यही कार्य आजकल हमारे नेता शमशेर सिंह दुलों व नवजोत सिंह सिद्धू कर रहे हैं। आज जबकि सारा विश्व, देश व पंजाब कोविड-19 महामारी को खत्म करने के लिए तथा सारी कायनात को इससे बचाने के लिए पूरी जान लगा रहा है तो सरकारें अपनी हर संभव कोशिश कर रही हैं। दुलों द्वारा कांग्रेस को खालिस्तान हाथों में बताकर उन्होंने एक घटिया मजाक किया है। ऐसी बयानबाजी आज के समय में करना उनकी पार्टी के प्रति वफादारी पर भी कई सवाल खड़े करती है।

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कांग्रेस तथा मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कभी भी बांटने वाली अलगाबादी सोच का समर्थन नहीं किया है। उन्हें खालिस्तान के साथ जोड़ कर वह कांग्रेस को बचाने की कौन सी कोशिश कर रहे हैं, समझ से परे है। कोरोना से पंजाबियों को बचाने के लिए कैप्टन साहिब केन्द्र सरकार के साथ दो-दो हाथ कर रहे हैं व दिन रात एक कर रहे हैं। वहीं दूलो जैसे नेता दूषणबाजी करके सरकार तथा लोगों का हौंसला बढ़ाने के स्थान पर उनका ध्यान भटकाने की शर्मनाक हरकत कर रहे हैं। दूलो अपने अंदर के लालच को जाहिर कर रहे हैं। ऐसा लगता है कि यह नेता लोकतंत्र का तथा पार्टी का आनंद उठाते हुए पार्टी नियमों को भी भूल बैठे हैं। पार्टी प्रति वफादारी को दरकिनार करके सिर्फ कुर्सी को ही अपना मनोरथ बनाए बैठे हैं।

जिस समय कैप्टन साहिब सभी प्रदेशों से आगे होकर कोरोना टीकाकरण के लिए विदेशों से टीके खरीदने, कोरोना दौरान बेरोजगार दिहाड़ीदारों को वित्तीय सहायता देने तथा अन्य अहम फैसले करने में व्यस्त हैं तो वहीं उनके साथ हाथ बंटाने की बजाए, अपने लोगों की सेवा करने की बजाए इन्हें ऐसी बयानबाजी से लाइमलाइट में आने की पड़ी है। शर्म नहीं आती दूलो साहिब को, हमारे किसान जो पिछले 6 माह से मोर्चा लाए डटे हुए, रोजाना मर रहे हैं, उनके लिए तो कभी हाअ का नारा तो मारा नहीं, उनके लिए तो इनसे कभी यह कहा नहीं गया कि वे मोदी के घर के आगे धरना देंगे।

दूलो कहते हैं कि दलित विद्यार्थियों के वजीफे बंद होने पर कोई नहीं बोला। तो मैं आपकी जानकारी के लिए बता दूं कि सभी विधायकों ने इस बारे में बात की तथा केन्द्र सरकार से भी कैप्टन अमरिंदर सिंह ने इस मुद्दे को उठाया। परन्तु केन्द्र की बेरुखी के चलते कैप्टन अमरिंदर सिंह ने पंजाब की अपनी डा. अंबेदकर पोस्ट मैट्रिक स्कॉलरशिप की घोषणा की। कैप्टन अमरिंदर सिंह एक दलित पक्षीय सोच वाले नेता हैं तथा उनकी अगुवाई एवं सरपरस्ती पर सबको पूरा भरोसा है। अगर खोट या कोई गलतफहमी है तो दूलो एवं सिद्धू जैसे नेताओं के अपने मनों में है। दूसरों को क्यों कहते हो, अगर हिम्मत है तो खुद आजाद लडक़र देख लें दूलो साहिब, जनता आपको आइना दिखा देगी। मैं पुन: दोहराता हूं कि पंजाब तथा कांग्रेस का भविष्य कैप्टन अमरिंदर सिंह के हाथों में सुरक्षित है। हां आप जरुर पूरी कोशिश कर रहे हो कि पंजाब में कांग्रेस का बेड़ा गरक हो जाए।

मैं आज यह आपको कहना जरुर चाहूंगा कि अपनी ही पार्टी स्तर पर बात न करके बाहर अपनी औछी सोच जाहिर करके आपने लोगों तथा अपनी पार्टी में भी अपना आधार गंवा रहे हो। दूलों को जिस पार्टी ने पंजाब प्रदेश का प्रधान बनाया, कैबिनेट मंत्री बनाया, राज्यसभा में भेजा, आज उसी पार्टी के खिलाफ अपनी जहरीली बायनबाजी के साथ अपनी अनुशासनहीनता का प्रमाण दे रहे है। दूलो साहिब नहीं जानते कि लोग बहुत समझदार हैं। ऐसे शब्दी तीरों के अर्थ को बाखूबी समझते हैं। ऐसे टकसाली कांग्रेसी हमारे जैसे नए नेताओं को क्या राह दिखाएंगे। दलितों को, पंजाब को आज भी जरुरत है कैप्टन अमरिंदर सिंह जैसे सुलझे हुए और जूझारु नेता की, जो हमारी कौम व सभी वर्गों तथा प्रदेश के लिए दूरआदेशी सोच रखता हो और केन्द्र से भी टक्कर लेना जानता हो।

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