नशा तस्कर जयपाल भुल्लर का एक और करीबी साथी लक्की लुधियाना से गिरफ्तार

चंडीगढ़/लुधियाना, 31 मई: पंजाब पुलिस द्वारा सी.आई.ए. के सहायक सब इंस्पेक्टरों (ए.एस.आई.) भगवान सिंह और दलविन्दरजीत सिंह के कातिल के मुख्य दोषी नशा तस्कर और अपराधी जयपाल भुल्लर के एक और करीबी साथी को लुधियाना से गिरफ़्तार किया गया है। गौरतलब है कि इन ए.एस.आईज़ की हत्या 15 मई को जगराओं की अनाज मंडी में की गई थी।
गिरफ़्तार किए गए व्यक्ति की पहचान लक्की राजपूत उर्फ लक्की के तौर पर हुई है, जोकि लुधियाना के न्यू प्रताप नगर का निवासी है और इसने दो ए.एस.आई. के कातिलों को राज्य से फऱार होने में सहायता की थी। पुलिस ने उसके पास से एक .32 बोर की देसी पिस्तौल के साथ 3 जि़ंदा कारतूस, दो पल्सर मोटरसाईकल और एक फिएट पुंटो कार भी बरामद की है।

Advertisements

यह गिरफ़्तारी, पंजाब पुलिस द्वारा ग्वालियर, मध्य प्रदेश से जगराओं गोलीबारी के दो मुख्य मुलजिमों, जिनकी पहचान दर्शन सिंह और बलजिन्दर सिंह उर्फ बब्बी के तौर पर हुई है, को गिरफ़्तार करने के दो दिन बाद हुई है।
जानकारी देते हुए पंजाब पुलिस विभाग के प्रवक्ता द्वारा बताया गया कि इंटेलिजेंस विभाग द्वारा सूचना मिलने पर सी.पी. लुधियाना राकेश अग्रवाल ने एक पुलिस टीम भेजी गई, जिसकी तरफ से लक्की को खानपुर नहर के पुल से गिरफ़्तार किया गया।

जि़क्रयोग्य है कि लक्की पहले भी कई आपराधिक मामलों में शामिल है और उसको 2008 में कत्ल केस में दोषी ठहराया गया था। इसके अलावा वह डेहलों पुलिस द्वारा नवंबर 2020 के एक कार छीनने के केस में भी वांछित था। लक्की द्वारा खुलासा किया गया है कि उसने जयपाल भुल्लर, दर्शन सिंह और बलजिन्दर सिंह उर्फ बब्बी के साथ मिलकर नवंबर 2020 में मलेरकोटला रोड (लुधियाना में डेहलों थाने के अधीन) से बंदूक की नोक पर एक आई 10 कार (पीबी 10 ईयू-0110) छीनी थी।

प्रवक्ता ने बताया कि लक्की केंद्रीय जेल लुधियाना में सज़ा के दौरान दर्शन और बब्बी के संपर्क में आया था, जिन्होंने बाद में उसे गैंगस्टर से नशा तस्कर बने जयपाल भुल्लर के साथ मिलवाया था। उन्होंने आगे बताया कि जब भी जयपाल लुधियाना से गुजऱता था तो लक्की और दर्शन उसे पुलिस नाकों के बारे में आगामी जानकारी देने के लिए अपनी फिएट पुंटो कार में उसकी गाड़ी का नेतृत्व करते थे। पुलिस द्वारा यह कार बरामद कर ली गई है।

उन्होंने बताया कि लक्की मोहाली निवासी प्रितपाल सिंह उर्फ बोबी के अगवा मामले में भी वांछित था। लक्की ने 12 दिसंबर, 2020 को प्रितपाल सिंह को अगवा किया था, उसे मारा-पीटा और 1.5 करोड़ रुपए की फिरौती की माँग की थी। हालाँकि, उसकी हालत बिगडऩे के बाद लक्की और उसके आपराधिक साथी जयपाल, बब्बी, दर्शन, जसप्रीत सिंह उर्फ जस्सी ने 86,000 रुपए छीनने के बाद उसे कार समेत छोड़ दिया।

एक अन्य केस में लक्की, दर्शन और गगनदीप सिंह उर्फ नोना, जसप्रीत उर्फ जस्सी ने बनूड़ बैंक कैश वैन लूट-पाट केस के प्रमुख गवाहों, जिनमें खरड़ के गाँव बत्ता के सुखवंत सिंह, शाहबाद, हरियाणा के गाँव ज़ारा निवासी शमशेर सिंह और गाँव खानपुरा गंडूआ के जतिन्दर सिंह शामिल थे, को जयपाल और उसके साथियों के खि़लाफ़ अदालत में गवाही देने के विरुद्ध धमकी दी थी।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here