होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़)। पिछले चार वर्षों में सरकारी स्कूलों में शिक्षा की गुणवत्ता में आमूल-चूल सुधारों के परिणाम सामने आने लगे हैं। परीक्षा के परिणाम में सरकारी सीनियर सैकेंडरी स्कूल शेरगढ़ के 7 विद्यार्थियों ने आठवीं कक्षा की एनएमएमएस परीक्षा कलियर कर विद्यालय व अपने माता-पिता का नाम रौशन किया है। उल्लेखनीय है कि शेरगढ़ स्कूल के विद्यार्थी शिक्षा के अलावा अन्य क्षेत्रों में पहले भी कई कीर्तिमान स्थापित कर चुके हैं।नैशनल मीन्स कम मेरिट स्कॉलरशिप स्कीम (एनएमएमएस) में स्थान प्राप्त करने वाले छात्रों सिमरन कौर, नंदिनी, मुस्कान, हरमन कुमारी, कृतिका, गुरप्रीत, ईशान को सम्मानित करते हुए प्रिंसिपल राजन अरोड़ा ने कहा के मेहनत सीढिय़ों की तरह होती है और भाग्य लिफ्ट की तरह, लिफ्ट तो किसी भी समय बंद हो सकती है, पर सीढिय़ाँ हमेशा ऊंचाई की तरफ ही ले जाती हैं।
मेहनत बताती है कि परिणाम कैसा होगा, वरना परिणाम तो बता ही देगा कि मेहनत कैसी थी। मेहनत एक ऐसी सुनहरी चाबी है जो बंद भाग्य के दरवाजे भी खोल सकती है। उन्होंने कहा कि हाल के दिनों में शिक्षा सचिव कृष्ण कुमार के सकारात्मक दृष्टिकोण के कारण शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार हुआ है, जैसा कि एनएमएमएस के परिणामों से पता चलता है। प्रिंसिपल राजन अरोड़ा ने बताया कि इन विद्यार्थियों का मार्गदर्शन करने में अलका मेहता मैथ मिस्ट्रेस अनुजा शर्मा साइंस मिस्ट्रेस, हरविंदर सिंह, बलदेव, अनुराधा, सुमन कुमारी, दीपिका मेहता, मीना, भूपेंदर इत्यादि के अलावा समूह स्कूल स्टाफ का विशेष योगदान रहा। प्रिंसिपल राजन अरोड़ा ने इन विजेता विद्यार्थियों को मेडल प्रदान कर हौसला अफजाई की।
इस मौके पर जिला शिक्षा अधिकारी डा. गुरशरण सिंह और उप जिला शिक्षा अधिकारी राकेश कुमार ने बताया कि कोरोना काल के बावजूद विद्यार्थियों को परीक्षा के लिए आवेदन करने और परीक्षा देने के लिए लगातार मोटिवेट किया गया था। यही कारण है प्रदेश भर में होशियारपुर के विद्यार्थियों ने अच्छा प्रदर्शन किया। आगे भी उनके प्रयास रहेंगे कि अधिक से अधिक जरूरतमंद विद्यार्थी परीक्षा दें और स्कॉलरशिप का फायदा डठाएं।