झारखंड (द स्टैलर न्यूज़)। झारखंड के पलामू जिले से एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, यहां एक 16 साल की लडक़ी के साथ क्रूरता की सारी हदों को पार किया गया है। लडक़ी का शव बेहद खराब हालत में जंगल में एक पेड़ से लटका मिला है। बताया जाता है कि लडक़ी के साथ पहले रेप को अंजाम दिया गया है इसके बाद उसकी निर्मम हत्या कर शव को पेड़ से लटका दिया गया है। लडक़ी की एक आंख भी निकाली गई है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, पीडि़ता यहां भाजपा नेता की बेटी बताई जा रही है वहीं, पुलिस ने इस मामले में एक गिरफ्तारी भी की है।
जानकारी के अनुसार पीडि़ता 7 जून को किसी काम से घर से बाहर निकली थी, लेकिन इसके बाद वह घर लौटकर नहीं आई। जब काफी देर हो गई तो घरवालों को चिंता हुई। पीडि़ता के बारे में काफी पता करने के जब वह नहीं मिली तो घरवालों ने इस बारे में पुलिस थाने जाकर रिपोर्ट दर्ज करवाई। जिसके बाद पुलिस ने पीडि़ता को ढूढऩे को लेकर अपनी कार्रवाई शुरू कर दी। पुलिस पीडि़ता को ढूंढने का प्रयास कर ही रही थी कि इस दौरान जंगल में पेड़ से पुलिस को एक शव लटकता मिला। जोकि पीडि़ता की ही था। पुलिस को मौके से एक मोबाइल फोन मिला है तथा इसके आधार पर ही एक गिरफ्तारी भी की गई है। परिजनों ने इस संबंधी पुलिस को गुमशुदगी की शिकायत भी दर्ज करवाई थी इसके बाद पुलिस छानबीन में जुटी थी और पीडि़ता का शव जंगल में बरामद किया गया।
पुलिस का कहना है कि पीडि़ता की हत्या करने के बाद आत्महत्या दिखाने के लिए हत्यारे ने उसे पेड़ के सहारे फंदे से लटका दिया है। फिलहाल पोस्टमार्टम की रिपोर्ट आने पर ही सब साफ हो पाएगा। पीडि़ता के घरवालों का कहना है कि उनकी बेटी का सामूहिक दुष्कर्म हुआ है और बाद में उसकी आंख निकालकर उसकी हत्या की गई है। पुलिस मामले में अपनी जांच-पड़ताल कर रही है।
बछवाड़ा का दरगहपुर गांव इन दिनों आपसी बर्चस्व की लड़ाई में रक्त रंजिश हो रहा है और गांव में दहशत का माहौल व्याप्त है तथा लोग घरों में ही दुबके रहने को मजबूर है। उल्लेखनीय है कि मंगलवार की सुबह दरगहपुर निवासी विपीन कुंवर के बेटे चंदन कुंवर की अपराधियों ने दिन-दिहाड़े गोली मारकर घायल कर दिया था। घटना का कारण बर्चस्व की लड़ाई बताया जा रहा है। पीडि़त घायल कि मां मंजू देवी ने बताया कि अपराधियों की यह कोई पहली वारदात नहीं है, विगत करीब छ: माह पूर्व दिसंबर 2020 में अपराधियों ने उनके दरवाजे पर आकर ताबड़तोड़ गोलियां चलाई। हमारे घर के सभी लोगों ने भाग कर घर में दुबक कर जान बचाई।
साथ हीं उन्होंने बताया कि मेरे एक बेटे की वर्ष 1996 में ग्रामीण के सहयोग से अपराधियों नें दरगहपुर गंगा तट पर गोली मारकर हत्या कर दी थी। जिसके बाद से हम लोग डर के साये में अपना जीवन व्यतीत कर रहे है। उन्होंने जिला पुलिस कप्तान से मांग की है कि मामले की जांच करते हुए दोषी व्यक्ति पर कार्यवाही करते हुए गांव में पुन: अमन चैन स्थापित किया जाए। जिससे आम लोग बेखौफ होकर बिना किसी डर के रह सके। द स्टैलर न्यूज़ के लिए वछवाड़ा से राकेश कुमार की रिपोर्ट।