होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़)। पुरानी एक कहावत है कि दांत गए स्वाद गया, आंखें गई जहान गया आज-कल के खान-पान के कारण बड़ों की बात छोड़, छोटे-छोटे बच्चों के भी चश्में लग जाते है। गांव शेरपुर गुलिंड का रहने वाला जसवीर सिंह पुत्र सवरन सिंह ने बताया कि 4 माह पहले उसको देखने में काफी रुकावट आने लगी और अंग्रेजी डाक्टरों ने उसकी आंखों का आप्रेशन करने के लिए बोला जिस पर काफी खर्च आएगा।
उसके एक दोस्त ने उसको होम्योपैथिक दवाई के बारे में और होम्योपैथिक डाक्टर के बारे में उसे बताया। उस डाक्टर द्वारा ना मात्र खर्च की दवाईयां दी गई। जिससे उसका हजारों में होने वाला खर्च बच गया। उन्होंने कहा कि जो लोग अपनी बीमारी का अंग्रेजी इलाज महंगा होने के कारण नहीं करवा सकते वह लोग होम्योपैथिक दवाईयों के साथ ठीक हो सकते है।