श्रद्धालुओं की असीम आस्था का केंद्र है मां भामेश्वरी देवी मंदिर

होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़)। भारत वर्ष की पवित्र भूमि आदिकाल से ही ऋषियों, मुनियों, संतों, फकीरों, गुरुओं एवं परमात्मा की लीला भूमि रही है। इस भूमि की महिला वेद पुराणों, कवियों एवं विद्वानों की वाणियों में उल्लेलित है। इस धरती पर भगवान श्री कृष्ण भगवान, श्रीराम, भगवान परशुराम, श्री गुरू नानक देव जी जैसे अवतारों और विश्वामित्र जैसे मुनि जी तथा श्री वाल्मीकि जैसे ऋषि हुए इस परंपरा में जिला होशियारपुर के गांव भाम को भी पावन धाम बनाने के लिए स्वंय भगवती मां जगदंबा जी ने हरभजन कुमारी युवती के शरीर में अपने आप को प्रगट किया। उस शरीर प्रकट आत्मा को माता जी भाम वाली, श्री राम भामेश्वरी देवी जी आदि नामों से पुकारा जाता है।

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जिला होशियारपुर शहर के लगभग 30 किलोमीटर की दूरी पर भाम गांव स्थित है। इसी गांव में मां भामेश्वरी जी की शक्ति को माता काली का नाम दिया गया है। उक्त जालंधर पीठ में चामूंडा, काली, मानसा देवी, शीतला आदि शक्ति पीठ की श्रेणी मां भामेश्वरी शक्ति पीठ का भी अत्यंत आदर से नाम लिया जाता है। मां भामेश्वरी देवी के अन्नय भक्त पूर्व पार्षद सुदर्शन धीर के अनुसार मां साध्वी ऊषा देवी जी पहली पीठाधीश्वरी बनी मां साध्वी ऊषा देवी जी के ज्योति ज्योत समान के बाद बहन विनोद कुमारी जी वर्तमान दूसरी पीठाधीश्वरी है जोकि आध्यात्मिक मार्ग पर चलते हुए इसी श्रद्धा भाव ने उनको मां भामेशवीर जी की ओर प्रेरित किया।

श्री धीर ने बताया कि भाम के इस पवित्र धाम में वार्षिक मेला 29 से 31 जुलाई तक चलेगा। इसमें देश के विभिन्न भागों के अलावा विदेशों से भी भारी संख्या में श्रद्धालु आते है। मंदिर में 29 जुलाई को प्रभात फेरी तथा 30 जुलाई को ही झंडे की रस्म अदा तथा हवन यज्ञ उपरांत लंगर व रात को भगवती जागरण पूरी रात चलेगा।

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