होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़)। शिरोमणी अकाली दल ने गणतंत्र दिवस के अवसर पर किसानों के वेश में कुछ स्वयंभू नेताओं द्वारा हिंसा भडक़ाने के तरीके की अंतरराष्ट्रीय जांच की मांग की है तथा कहा कि ये असामाजिक तत्व उन एजेंसियों के लिए काम कर रहे हैं जो किसान आंदोलन को नुकसान पहुंचाना चाहती हैं। यहां पत्रकारों से बातचीत करते हुए पूर्व मंत्री बिक्रम सिंह मजीठिया ने कहा कि केवल एक अंतरराष्ट्रीय जांच से ही उन असामाजिक तत्वों का पर्दाफाश हो सकता है , जिनका नाम स्वतंत्र मीडिया के साथ साथ उनके संचालको द्वारा नामित किए गए थे।
उन्होने कहा कि केंद्रीय एजेंसियां यह जाच नही कर सकती क्योंकि किसान आंदोलन को तबाह करने तथा किसानों तथा खेत मजदूरों को उनका बकाया भी नही मिल रहा है। सरदार बिक्रम सिंह मजीठिया ने कहा कि किसान आंदोलन को नुकसान पहुंचाने वालों की नीयत पहले ही स्पष्ट हो गई थी जब उन्होने सिंघू बार्डर पर मंच से आगे निकलकर लोगों को हिंसा करने के लिए उकसाया था। उन्होने कहा कि यह आश्चर्य की बात है कि कानून प्रवर्तन एजेंसियों ने उनके खिलाफ तुरंत कार्रवाई नही की।
उन्होने कहा कि यह और भी विचित्र बात है कि उन्ही व्यक्तियों को लाल किले में जाने दिया गया जबकि इतनी ज्यादा सुरक्षा व्यवस्था से वहां जाना भी असंभव था। उन्होने कहा कि कल के घटनाक्रम पर सरकार ने कोई प्रतिक्रिया नही दी थी जिससे यह स्पष्ट हो गया कि हिंसा एक गहरी साजिश का हिस्सा है। इस बात पर जोर देते हुए कि शिरोमणी अकाली दल किसानों के साथ खड़ा है किसान समुदाय के लिए यह सदा एकजुट खड़ा रहेगा जिसमें तीनों खेती कानूनों को रदद करना शामिल है स्वामीनाथन समिति की रिर्पोर्ट को अक्षरक्ष लागू किया गया था। सरदार मजीठिया ने कहा कि हम यह सुनिश्चि करेंगे कि किसान संघर्ष के दौरान अपने प्राणों की आहुति देने वाले 80 शहीदों का बलिदान व्यर्थ न जाए। नगर निगम चुनावों की बात करते हुए पूर्व मंत्री ने कहा कि यह चुनाव कांग्रेस सरकार तथा इसके मंत्रियों तथा कैप्टन अमरिंदर ंिसह की चार सालों की कार्रवाई के आधार पर लड़ी जाएंगी। उन्होने कहा कि होशियारपुर में लोग इस बात का भी हिसाब लेंगे कि भाजपा के मंत्री सोम प्रकाश जिनके पास वाणिज्य तथा उद्योग मंत्रालय पोर्टफोलियों है ने हल्के में कोई उद्योग लेकर आए हैं यां नही ।
उन्होने कहा कि लोग इस बात से दुखी हैं कि कांग्रेस सरकार ने कोई नई नौकरियां नही दी बल्कि इसके विपरित बिजली दरें 9 से 10 रूपये प्रति यूनिट कर दी जो अबतक की सबसे मंहगी दरें हैं। उन्होने कहा कि कमजोर वर्ग को समाज भलाई स्कीमों का लाभ नही मिल रहा है चाहे वह आटा दाल स्कीम हो यां बुढ़ापा पैंशन यां शगुन स्कीम हो। उन्होने कहा कि इसके विपरित जब सरदार परकाश सिंह बादल मुख्यमंत्री थे तक पंजाब का सर्वोपरि विकास हुआ है सडक़े हां यहां राज्य में बिजली सरप्लस हुई यां सिचांई नैटवर्क यहां ग्रामीण तथा शहरी क्षेत्रों को विकास हुआ था। इसके अलावा सरदार परकाश सिंह बादल ने शांति तथा साम्प्रदायिक सदभावना सुनिश्चित की जो आज भी अकाली दल का केंद्र बिंदू है। इस अवसर पर अन्य के अलावा होशियारपुर के ऑब्जर्वर शरनजीत सिंह ढि़ल्लों, बीबी महेंदर कौर जोश , सुरिंदर सिंह भल्लेवाल राठां तथा हरजिंदर सिंह लाली बाजवा भी उपस्थित थे।