बीएसएफ मुख्यालय राजौरी में पौधारोपण मुहिम का आगाज़, डीसी ने सुनी पूर्व जवानों की समस्याएं

जम्मू/ राजौरी (द स्टैलर न्यूज़), रिपोर्ट: अनिल भारद्वाज। सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) मुख्यालय राजौरी की तरफ से केंद्रीय विद्यायल के सहयोग से पर्यावरण प्रथम रक्षा पंक्ति के तहत जिला राजौरी व पुंछ के सीमावर्ती व दूरदराज के गांवों, नगर व कस्बे में पेड़ लगाने के लक्ष्य को पूरा करते हुए मंगलवार को 18 हजार में से शेष बचे चार सौ पेड़ लगाए के कार्य को बीएसएफ मुख्यालय के समीप क्वार्टरस से फिर से आरंभ किया गया। डिप्टी इंस्पेक्टर जनरल आफ बीएसएफ ने पौधरोपण के समय अवगत करवाते हुए प्रशासन जिला उच्च अधिकारी को मुख्यालय के पास से बहती नदी बरसात के दिनों में पेश आने बाली समस्य के बारे में भी विस्तार से बताया और कहा कि इस बार बीएसएफ सीमा की सुरक्षा के साथ साथ 18 हजार पेड़-पौधे लगाने का लक्ष्य रखा था जो अंतिम चरम पर है।

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लक्ष्य पूरा करने में मात्र चार सौ ही पेड़ लगाने को बचे हैं। मुख्य अतिथि व बीएसएफ अधिकारी ने पौधरोपण करने का संदेश दिया। मंगलवार को आयोजित पौधरोपण कार्यक्रम का शुभारंभ डीसी राजौरी आरके शवन मुख्य अतिथि व डीआईजी बीएसएफ डीएस सिंधु व 59 बटालियन के कमांडेंट राजेंद्र खरदवाल , कमांडेंट (ओपीएस) विनय कुमार ने पौधरोपण कर के किया। उनके साथ अन्य अधिकारी, जवान व केंद्रीय विद्यालय प्रशासन मौजूद था। वहीं अंडर अमरेला ऑफ कौमी एकता के तहत आयोजित कार्यक्रम में मौजूद जवानों में उत्साह देखने को मिला। केंद्रीय विद्यालय कंपलेक्स में डीसी राजौरी ने पहुंच पूर्व बीएसएफ सैनिकों की रोजमर्रा की जिंदगी में आने वाली समस्याओं को भी सुना और जल्द पूरा करने का आश्वासन दिया। जिला राजौरी के सीमावर्ती व दूरदराज क्षेत्र से पहुंचे 80 के करीब सेवानिवृत्त जवानों ने डीसी राजौरी को अपने क्षेत्र, गांव कस्बे की समस्या से अवगत कराते हुए कहा कि हमें बिजली-पानी की समस्या का सामना करना पड़ रहा है बच्चों के लिए विशेष भर्ती प्रक्रिया को शुरू किया जाए ताकि हमारे बच्चे भी बीएसएफ व सेना में भर्ती होकर देश की सेवा कर सकें।

उन्होंने कहा कि आज हमारे युवा भी बेरोजगार हो चुके हैं इनके लिए कोई रोजगार मुहैया करवाए जाए कोरोना काल में हम लोगों को भी काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। हमारे लिए विशेष सुविधा का प्रबंध किया जाए। 70-80 की उम्र पार कर चुके बीएसएफ के पूर्व सैनिकों ने कहा कि डीसी साहब जब हम जवानों को बर्दी में देखते हैं तो हमारा दिल फिर से जवां हो जाता है हमें ऐसा लगता है कि हम किसी मोर्चे पर तैनात हैं। शिक्षा व हेल्थ सिस्टम में भी सुधार लाने की जरूरत है।

वहीं डीसी राजौरी आरके शवन ने पूर्व जवानों की समस्याओं को सुनते हुए उन्हें आश्वासन दिया कि आपकी जो भी जायज समस्याएं हैं उनको गंभीरता से लेकर उनका समाधान किया जाएगा एवं शहीद जवानों को नमन करते हैं। जिन की खातिर हम सब आज खुले में सांस ले रहे हैं। वहीं डीसी राजोरी ने कार्यक्रम में मौजूद पूर्व सैनिकों व जवानों को भाईचारे का संदेश दिया।

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