होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़)। नगर निगम द्वारा जनता पर डेवेल्पमैंट के नाम पर जो आर्थिक बोझ डाला जा रहा है उसे किसी भी सूरत में तर्कसंगत नहीं कहा जा सकता तथा पार्किंग फीस को बढ़ाना भी निगम का गलत फैसला है। इसके अलावा बिना एजेंडा दिए बैठक करना सरकार की हिदायतों के विपरीत है तथा इसे भी जनता के हित में नहीं कहा जा सकता। यह सवाल आम आदमी पार्टी के हलका इंचार्ज पार्षद ब्रह्मशंकर जिम्पा ने हाउस की बैठक में उठाए तथा बैठक उपरांत इस संबंधी जानकारी दी। श्री जिम्पा ने कहा कि नियमानुसार हाउस की बैठक किए जाने से 48 घंटे पहले बैठक का एजेंडा व खाका पार्षदों तक पहुंचाया जाता है, लेकिन यहां पर ऐसा नहीं किया गया और न ही फाइल में एजेंडा नत्थी था।
जब उन्होंने इस संबंधी पत्रकारवार्ता की तो उन्हें एक दिन पहले सायं 4 बजे एजेंडा भेजा गया। जिससे दाल में काला होने के संकेत मिलते हैं। श्री जिम्पा ने बताया कि उन्होंने बैठक में एतराज जताया कि डेवेल्पमैंट के नाम पर जो जनता पर बोझ डाला जा रहा है उसे रद्द किया जाए। क्योंकि जनता पहले ही कोरोना के कारण मंदी की मार झेल रही है व पार्किंग की फीस बढ़ाया जाना भी तर्कसंगत नहीं है। बल्कि इसे कम किया जाना चाहिए ताकि अधिक से अधिक लोग पार्किंग में गाड़ी लगाएं व रेट बढ़ाए जाने पर लोग वहां आने से परहेज करेंगे। जिससे बाजार में ट्रैफिक की समस्या पैदा होगी। जिम्पा ने कहा कि एक अधिकारी के लिए नई गाड़ी खरीदने संबंधी भी उन्होंने एतराज जताते हुए कहा कि निगम को इस समय गाड़ी की नहीं बल्कि सफाई कर्मियों के लिए रेहड़ों, गलब्ज़ व अन्य सामान की जरुरत है। जिसे लेना प्राथमिकता होनी चाहिए। लेकिन दुख की बात है कि हाउस की बैठक में सफाई सेवकों की सहूलतों संबंधी कोई चर्चा नहीं की गई। उन्होंने बताया कि एसओपी की हिदायतों अनुसार एजेंडे को तैयार करते समय उसकी फोटोग्राफी एवं वीडियोग्राफी करवाकर उसके साथध तत्थी करनी चाहिएस जोकि नहीं थी। उन्होंने कमिशनर से मांग की कि इस बैठक को स्थगित किया जाए।
क्योंकि, जिस ढंग से इसका आयोजन किया गया है, यह सरकार की हिदायतों को पूरा नहीं करती। लेकिन कमिशनर व अन्यों के कहने पर कि चुनाव नजदीक होने के कारण अन्य विकास कार्य लटक जाएंगे व इस बैठक में जनता हित को ध्यान में रखते हुए विकास कार्य पास करने हेतु बैठक को किया जाने दिया जाए। इस पर उन्होंने बैठक चलने संबंधी अपनी सहमति दी। श्री जिम्पा ने कहा कि उन्होंने अपने एतराज लिखित तौर पर कमिशनर को दे दिए हैं। उन्होंने कहा कि वह जनता के साथ हैं और निगम द्वारा किसी भी तरह की धक्केशाही को जनता पर थोपने नहीं दोंगे।