अपने बच्चों को पुरातन साहित्य व संगीत की जानकारी देना समय की माँग: कुलविंदर जंडा

होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़)। मानव जाति के लिए संगीत भगवान दवारा दिया गया एक बहूमूल्य उपहार है, जो हमें मानसिक तथा शारीरिक रूप से स्वस्थ बनाए रखने में हमारी सहायता करता है। उपरोक्त शब्द सभ्याचार संभाल सोसायटी के अध्यक्ष कुलविंदर सिंह जंडा ने सोसायटी की एक बैठक को संबोधित करते हुए कहे। इस अवसर पर कुलविंदर सिंह जंडा ने कहा कि संगीत मनुष्य में अध्यात्मिक, मानसिक और शारीरिक शक्ति प्रदान करने के साथ साथ सकारात्मक ऊर्जा भी प्रदान करता है। उन्होने कहा कि संगीत का प्रारंभ वैदिक काल से भी पूर्व का है ओर यह  हमारे लिए गर्व की बात है कि भारतीय संगीत के इतिहास में ऐसे कलाकारों का वर्णन है, जो अपने संगीत दवारा पेड़-पौधों व प्रकृति को भी मंत्रमुगध कर देते थे। उन्होने कहा कि जैसे जैसे समय बदला, वैसे ही आधुनिकता की दौड़ में लोग अपने संगीत व साहित्य से दूर होते जा रहे हैं।

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श्री जंडा ने कहा कि सभ्याचार संभाल सोसायटी लोगों को अपने पुरातन साहित्य व संगीत से जोड़े रखने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है। उन्होने कहा कि इस के लिए सोसायटी दवारा स्कूलों में बच्चों की साहित्यिक व संगीत प्रतियोगिताएं करवाई जाएंगी व इन प्रतियोगिताओं में विजेता बच्चों को पुरूस्कारों से सम्मानित किया जाएगा। इस अवसर पर रंजीव तलवाड़, जीवन कुमार, दर्शन सिंह, हरभजन सिंह जब्बल, मेजर रघुवीर सिंह, गुरपाल सिंह सहोता, डा़ विजय शर्मा, डा़ धर्मपाल साहिल, डा़ मलविंदर सिंह, मलकीयत सिंह जौहल, मोहन लाल कलसी, कशिश होशियारपुरी, राजेश कुमार, डा़ अशोक सुमन, विनय शर्मा, के.एस. बाठ, बलदेव सिंह बसरा आदि भी उपस्थित थे।

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