होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़)। राज्य भर के सरकारी स्कूलों में अध्यापक अभिभावक बैठक आयोजन किया जा रहा है। जो वीरवार तक चलेगी। इसी कड़ी के तहत सरकारी मिडिल स्कूल मिर्जापुर में पीटीएम का आयोजन क्या गया। इस पीटीएम के दौरान मुख्य फोकस एरिया नेशनल अचीवमेंट सर्वे (एनएएस) है। जिसके तहत ही विद्यार्थियों की बेहतरी के लिए चर्चा करते हुए एनएएस में बेहतर नतीजे लाने के लिए ज्यादा ध्यान दिया जा रहा है,12 नवंबर को नेशनल अचीवमेंट सर्वे की परीक्षा का आयोजन प्रदेश भर में किया जा रहा है। इसके तहत विद्यार्थियों की उत्तम कारगुजारी को देखा जाएगा।विभाग ने इस बार परीक्षा में नेगेटिव मार्किग नहीं करने के आदेश दिए। जिला शिक्षा अधिकारी डॉ गुरशरण सिंह ने कहा कि अध्यापक बच्चों को सभी प्रश्न करने के लिए उत्साहित करें। शिक्षा विभाग के अनुसार पहले हुए इस सर्वे के दौरान सामने आया कि विद्यार्थियों को नेगेटिव मार्किग के प्रश्नों में चुनाव करना पड़ता है। इसलिए वह मुश्किल प्रश्नों के उत्तरों में उलझ जाते हैं। इसलिए बच्चों को कम समय में अधिक प्रश्न करने की प्रेक्टिस करवाई जाए। बच्चों को बताया जाए की जिन सवालों के जवाब उन्हें पता है, वो उसको तुरंत हल करें।
स्कूल मैनेजिंग कमेटी सदस्य अमोलक सैनी,सुरेंद्र सिंह ने बताया कि सभी शिक्षक अभिभावकों से सहयोग की अपील कर रहे हैं,ताकि आने वाले समय में विद्यार्थियों की परफार्मेंस के नतीजे बेहतर आए और उसका असर एनएएस में भी दिखे। उप जिला शिक्षा अधिकारी राकेश कुमार ने बताया कि स्कूलों में होने वाली पीटीएम में किसी प्रकार की अभिभावकों को परेशानी न हो इसके लिए जिला शिक्षा अधिकारियों की तरफ से बनाई गई टीमें भी स्कूलों में विजट कर रही है। जो निरंतर अपने-अपने रूट के स्कूलों में विजट कर रहे हैं और वहां के प्रबंध भी देख रहे हैं।
यही नहीं वे खुद भी अभिभावकों को एनएएस में बच्चे की भागीदारी को सुनिश्चित कराने के लिए अभिभावकों को अपील कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि शिक्षा विभाग की तरफ से यह पीटीएम दो दिनों के लिए ही आयोजित की जा रही है, ताकि अभिभावक अपनी सुविधानुसार स्कूल समय के बीच किसी भी पल आ सकते हैं। यही नहीं स्कूलों की तरफ से रोल नंबर के हिसाब से भी अभिभावकों को समय दिया हुआ है,ताकि अभिभावकों को अपने कामकाज व रूटीन को तोड़ने में भी कोई परेशानी न हो। इस अवसर पर स्कूल के अध्यापक रजनीश गुलियानी, गुरमेल सिंह, दलवीर सिंह, परमजीत कौर, मीना रानी और अभिभावक मौजूद थे।