जालंधर (द स्टैलर न्यूज़)। डिप्टी कमिश्नर जालंधर घनश्याम थोरी के निर्देशों पर उप मंडल मैजिस्ट्रेट, फिल्लौर, शाहकोट और नकोदर की तरफ से उनके अधिकार क्षेत्र में पड़ते सेवा केन्द्रों की कार्य प्रणाली में और सुधार लाने के लिए अचानक जांच की गई। इससे सम्बन्धित और ज्यादा जानकारी देते हुए डिप्टी कमिश्नर घनश्याम थोरी ने बताया कि इस जांच का उद्देश्य इन सेवा केन्द्रों में यदि कोई कमियां पाई जाती हैं तो उनको ढूँढ कर काम को सुचारू ढंग से चलाना है। उनहोने बताया कि उप मंडल मैजिस्टरेटों की तरफ से इन केन्द्रों में बुनियादी ढांचो के सुधार के लिए जिसमें फ़ाल्तू काउन्टर लगाने और आने वाले लोगों की सुविधा के लिए डिस्प्ले बोर्ड लगाने से सम्बन्धित सुझाव दिए गए हैं।
उन्होंने कहा कि यह भी सलाह दी गई है कि टोकनों पर संभावित समय का ज़िक्र किया जाये जिससे लोगों को अपनी बारी का इन्तज़ार न करना पड़े और वह दिए गए समय अनुसार ही काउन्टर ऊपर आते थोरी ने आगे बताया कि सबंधित एस.डी.एमज की तरफ से जांच के दौरान यह भी सुझाव दिए हैं कि सेवा केन्द्रों की तरफ से जारी किये जाते टोकनों की संख्या को बढ़ाया जाये, आधार कार्ड से सबंधित सेवाओं के लिए काउन्टर खोले जाएँ और इन्तज़ार हाल में बैठने की सामर्थ्य को बढ़ाया जाये। उन्होंने बताया कि सेवा केन्द्रों की कार्य प्रणाली में अन्य सुधार लाने के लिए इन सुझावों पर पहल के आधार पर काम किया जायेगा।
डिप्टी कमिश्नर ने बताया कि ज़िला जालंधर की तरफ से एक बार फिर सेवा केन्द्रों के द्वारा नागरिक सेवाओं को मुहैया करवाके ज़ीरो पैंडेंसी को बरकरार रखा है। उन्होंने बताया कि सेवा केन्द्रों पर अलग -अलग सेवाओं से सबंधित 3,47,899 आवेदन प्राप्त किये गए थे और इन सभी का समय पर निपटारा करके नागरिक सेवाओं प्रदान करने में ज़ीरो पैंडेंसी के रिकार्ड को प्राप्त किया गया है। उन्होंने आधिकारियों को कहा कि सरकारी कार्यालय में आने वाले लोगों की शिकायतों को दूर करने के इलावा मोहरी पोज़िशन को बरकरार रखने के लिए और भी मेहनत के साथ काम किया जाये।