होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़)। शिरोमणी अकाली दल के अध्यक्ष सरदार सुखबीर सिंह बादल ने आज घोषणा की है कि एक बार शिअद-बसपा गठबंधन की सरकार बनने पर कंडी क्षेत्र डेवलपमेंट के लिए अलग मंत्रालय बनाया जाएगा। अकाली दल अध्यक्ष ने यह घोषणा दसूहा, उरमूर टांडा तथा होशियारपुर हलकों की यात्रा के दौरान की, जिसके कारण शिरोमणी अकाली दल के पूर्व मंत्री बलबीर सिंह मिआनी अपने समर्थकों के साथ पार्टी में शामिल हो गए। इस कार्यक्रम में अकाली दल के हलका इंचार्ज अरविंदर सिंह ररूलपुर तथा बसपा के उरमूर के कार्यकर्ता लखविंदर सिंह लक्खी ने एकजुटता व्यक्त की, जिसमें तीनों नेताओं ने गठबंधन के उम्मीदवार की जीत केे लिए एकजुट होकर काम करने का आश्वासन दिया। अकाली दल अध्यक्ष ने यहां शिअद-बसपा होशियारपुर के एनजीओ फाॅर होमलेस तथा सोशल वर्कर वरिंदर परिहार द्वारा बनाए गए एक घर का भी उदघाटन किया। उन्होने लोगों को आश्वासन दिया कि अगली शिअद-बसपा गठबंधन सरकार बेघरों के लिए पांच -पांच लाख घर बनाकर दिए जाएंगें।
सरदार सुखबीर सिंह बादल ने कंडी क्षेत्र के विकास के लिए अलग मंत्रालय बनाने का आश्वासन देते हुए कहा कि इस क्षेत्र को कांग्रेस सरकार ने नजरअंदाज किया है। ‘‘पेयजल और सिंचाई प्रोजेक्ट को बढ़ाने का कोई प्रयास नही किया गया है। यहां तक कि बुनियादी सुविधाएं भी नही दी गई है। उन्होने कहा कि कंडी क्षेत्र के लिए एक अलग मंत्रालय पूरे उप-पर्वतीय क्षेत्र का केंद्रित विकास सुनिश्चित करेगा’’। अकाली दल अध्यक्ष ने कहा कि यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है कि आप संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बिजली क्षेत्र में मौजूदा संकट के मुददे पर भी दोहरे मापदंड अपनाए हैं। ‘‘ एक तरफ केजरीवाल ने घोषणा की थी कि दिल्ली एकमात्र ऐसा राज्य बन गया है जो बिजली पैदा करने के लिए कोयले का इस्तेमाल नही कर रहा। हालांकि केजरीवाल ने हाल ही में प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर कहा है कि बाद में अन्य थर्मल संयंत्रों से कोयले की आपूर्ति की जाएगी और दिल्ली को बिजली की आपूर्ति करने वाले दो थर्मल संयंत्रों को इसकी आपूर्ति की जाए। उन्होने कहा कि पहले भी केजरीवाल ने सतलुज यमुना लिंक नहर तथा पराली जलाने के मुददे पर पंजाब विरोधी रूख अपनाया था। ‘‘ दिल्ली सरकार ने सुप्रीम कोर्ट के हलफनामा देकर पंजाब के चार पावर प्वाइंटस बंद करने की मांग की थी। सरदार बादल ने केजरीवाल द्वारा दी जा रही तथाकथित गारंटी का मजाक उड़ाते हुए कहा कि बाद में उन्होने अपने बच्चों के सिर पर सौगंध खाकर भी मुकर गया था और किसी भी गारंटी का सम्मान करने का भरोसा नही किया जा सकता’’।
राज्य में बिजली संकट के बारे में पूछे जाने पर उन्होने कहा कि यह कांग्रेस सरकार द्वारा बिजली क्षेत्र के कुप्रबंधन का प्रत्यक्ष परिणाम है। उन्होने कहा कि कांग्रेस सालाना बढ़ोतरी को ध्यान में रखते हुए पिछले पांच सालों में 700 मेगावाट की बहुत जरूरी बिजली आपूर्ति बढ़ाने में विफल रही है। सरदार बादल ने कहा कि अकाली दल के नेतृत्व वाली सरकार ने 2.85 रूपये प्रति यूनिट के हिसाब से किए बिजली समझौते (पीपीए) के बारे में बहुत कुछ कहा गया है। ‘‘ कल ही कांग्रेस सरकार ने 14.46 रूपये प्रति यूनिट के हिसाब से बिजली खरीदी है’’। मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी के बारे में बोलते हुए अकाली दल अध्यक्ष ने कहा कि वे पहले मंत्रिमंडल का हिस्सा थे, जिसने योग्य छात्रों को एस.सी छात्रवृत्ति से वंचित कर दिया था। उन्होने कहा कि इसी तरह चन्न्ी गरीबों को सब्सिडी वाले राशन की सुविधाओं से इंकार कर लाखों नीले कार्ड रदद करने का फैसला करने वाली पार्टी है। मिआनी गांव में बोलते हुए पूर्व मंत्री सरदार बिक्रम सिंह मजीठिया ने कहा कि शिरोमणी अकाली दल में एकता और गठबंधन के संयुक्त अभियान से जिले की सात सीटों पर गठबंधन पूरी तरह से जीतेगा। इस अवसर पर बसपा महासचिव गुलाल सैला के अलावा उरमर, दसूहा और होशियारपुर से बसपा प्रत्याशी लखविंदर सिंह लक्खी, सुशील कुमार ,पिंकी शर्मा और वरिंदर परिहार ने भी संबोधन किया। अन्य मौजूद लोगों में बीबी जागीर कौर, लखबीर सिंह लोधीनंगल, अरविंदर सिंह ररूलपुर, सोहन सिंह ठंडल , सर्बजोत साबी, हरजिंदर सिंह घामी, जतिंदर सिंह लाली बाजवा तथा वरिंदर सिंह बाजवा शामिल थे।