होशियारपुर, (द स्टैलर न्यूज़)। कोरोना काल में मोहाली में हुए अरबों रुपये के जमीन घोटाले की सीबीआई जांच करे यह विचार ब्रह्मशंकर जिम्पा ने प्रैस के साथ सांझे किए। इस मौके पर ब्रह्म शंकर जिम्पा ने प्रेस को बताया कि पंजाब सरकार द्वारा नियुक्त लोकपाल ने भ्रष्टाचार के आरोपों में लिप्त पंजाब के पूर्व कैबिनेट मंत्री को बचाने की कोशिश की है और यदि पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू और पंजाब सरकार अगर ईमानदार है तो कथित घोटाले की जांच सीबीआई से होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि लोकपाल की नियुक्ति पंजाब सरकार ने की है और मामले की निष्पक्ष जांच के लिए यह मामला सीबीआई के पास जाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि यदि पूर्व मंत्री शाम सुंदर अरोड़ा ईमानदार हैं तो उन्हें प्रेस के साथ साझा करना चाहिए कि GRG डेवलपर कंपनी का मालिक कौन है जिसे यह सौदा बेचा जाना था और यदि उनका मन सही है तो पंजाब के पूर्व एडवोकेट जनरल पर पर मानहानि मुकदमा करना चाहिये। उन्होंने कहा कि डकैती के बाद माल की वापसी से अपराध खत्म नहीं होता और अगर पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू ईमानदारी का ढोल बजाना चाहते हैं तो उन्हें इसकी जांच सीबीआई से कराने के लिए पंजाब सरकार को लिखित पत्र भेजना चाहिए। उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी की सरकार आने पर मामले की निष्पक्ष जांच सीबीआई द्वारा कराई जाएगी और दोषियों के खिलाफ तय समय में कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि सीबीआई द्वारा इस मामले की जांच न करना साबित करता है कि पंजाब सरकार भारत की सबसे भ्रष्ट सरकार है।