सुल्तानपुर लोधी में नवजोत सिद्धू की रैली, नवतेज सिंह चीमा की टिकट पर लगाई मोहर

कपूरथला (द स्टैलर न्यूज़)। रिपोर्ट: गौरव मढिय़ा। पंजाब कांग्रेस प्रधान नवजोत सिद्धू ने शनिवार को हलका सुल्तानपुर लोधी में एक रैली में पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह पर तीखे शब्दों से वार करते हुए कहा कि कैप्टन ने मुझे घर बैठाया था और मुझे कहा था कि सिद्धू के लिए मेरे दरवाजे बंद है आज बाबा नानक ने राजे-राणे सब मिटा दिए। नवजोत सिद्धू सोमवार को कांग्रेस विधायक नवतेज चीमा के पक्ष में सुल्तानपुर लोधी की दाना मंडी में आयोजित रैली को संबोधित कर रहे थे। नवजोत सिद्धू ने कहा कि किसी ने यह नहीं सोचा था कि कैप्टन को कोई हटा सकता है। लेकिन अब कुदरत ने कैप्टन को ही घर बैठा दिया गया। वो शक्श जो किसी समय मौजूदा विधायकों अपने केबिनेट मंत्रियों को नहीं मिलता था वह मेयर की कुर्सी बचाने के लिए संघर्ष करते लोगों ने देखा है सिद्धू ने यह भी कहा कि कैप्टन अब दिल्ली जाकर मोदी के कथित तलवे चाट रहे हैं। सिद्धू ने पूरी तल्खी दिखाते हुए कहा कि वह पहले भी नाचते थे और अब भी नाच रहे हैं।

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चीमे नूं सब दबन नू फिरदे, पर “उह दबदा कित्थे आ…”
सुल्तानपुर लोधी में पंजाब कांग्रेस के प्रधान नवजोत सिद्धू ने एक विशाल रैली में एक तीर से कई निशाने कर दिए जहां सिद्धू ने कैबनिट मंत्री राणा गुरजीत के बेटे की ओर से विधानसभा चुनाव के लिए मांगी जा रही टिकट की मांग को अप्रत्यक्ष रूप में यह कह कर खारिज कर दिया कि वह सुल्तानपुर लोधी में नवतेज चीमा के साथ चटान की तरह खड़े हैं और वह उनकी बाई बाजू है और किसी भी सूरत में वह उसे हलका सुल्तानपुर लोधी से हिलने नही देंगे और माफिया राज का नाश करेंगे। उन्होंने कहा कि वह नवतेज चीमा को सुल्तानपुर की जनता के सपुर्द कर रहे हैं जिसे जिताना उनकी जिम्मेवारी है। इसके साथ ही उन्होंने अपने अंदाज में कहा कि नवतेज चीमा को कई दबाने में लगे है पर एक पंजाबी गाने की तरह बोले, उह दबदा कित्थे आ…।
‘कदी दादे दियां ते कदी पोते दिया…’
कोई समय था जब 2017 में पंजाब में कांग्रेस सरकार बनी थी तब नवजोत सिद्धू केबिनेट मंत्री थे और उनके पास टूरिज्म विभाग भी था जिसके चलते कपूरथला में हेरिटेज इमारतों का दौरा करने के लिए सिद्धू पहुंचे थे दूसरी तरफ हलका कपूरथला से विधायक राणा गुरजीत भी केबिनेट मंत्री बने थे और कैप्टन खेमे में तब वो पहली कतार के वफादारों में शामिल थे। कैप्टन के खेमे के चलते नवजोत सिद्धू का बेरुखा सा स्वागत हुआ था व कांग्रेस का कोई भी सीनियर लीडर सिद्धू के स्वागत में नहीं पहुंचा। सिद्धू सादे ढंग से ही अपने स्तर पर नगर की दो तीन इमारतों का दौरा कर वापस चले गए थे अब कैप्टन की कांग्रेस से रवानगी के बाद सिद्धू का पंजाब कांग्रेस पर एक छत्र राज़ है व सिद्धू सीधे व स्पष्ट तौर पर छाती ठोक कर नवतेज चीमा के साथ होने का सारी दुनिया में ऐलान भी कर गए है। अब देखना ये होगा कि राणा गुरजीत द्वारा अपने बेटे को नवतेज चीमा की टिकट काटकर अपने बेटे इंदरप्रताप को दिलाने की कोशिशों का क्या नतीजा निकलता है और राणा गुरजीत सिंह का पंजाब कांग्रेस में क्या भविष्य है ये सब आने वाले समय के गर्भ में है चुनाव अचार संहिता के लगने के बाद बड़े सत्र पर कांग्रेस के विधायकों की दूसरी राजनितिक पार्टियों में जाने की संभावनाएं सुल्तानपुर की रैली के बाद और तेज़ हो गई हैं।
सिद्धू ने केजरीवाल को लिए आड़े हाथों
नवजोत सिद्धू ने दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल को पालिटिकल टूरिस्ट और इश्तिहारी मुख्यमंत्री बताया। सिद्धू ने कहा ‘केजरीवाल ते कंप्यूटर पर बैठ के लड़ाई लड़दा है, उसनूं पंजाब दे बारे में कुछ नहीं पता। इस दौरान सिद्धू ने कहा कि वह तो सवा लाख करोड़ की घोषणाएं कर गया, लेकिन यह सब आएगा कहां से, यह उसे पता ही नहीं है। सिद्धू ने कहा कि पिछली बार भी 2017 में वह 100 सीटों का दावा कर रहे थे। पूरा पंजाब केजरीवाल के साथ होने का दावा किया जा रहा था लेकिन अंत में क्या हुआ, सबको पता है। उन्होंने कहा कि पंजाब में झाड़ू अब भी बिखरा हुआ है। सिद्धू ने फिर सवाल उठाया कि केजरीवाल की कैबिनेट में कोई महिला मंत्री क्यों नहीं है? केजरी ने दिल्ली में किसी महिला को 1000 रुपए क्यों नहीं दिया। सिद्धू ने अरविंद केजरीवाल को सुखबीर बादल से भी बड़ा गप्पी करार दिया।

पंजाब माडल की दिखाई झलक
नवजोत सिद्धू ने रैली में पंजाब माडल का झलक दिखाते हुए कहा कि काम हो न हो, पांच एकड़ से कम जमीन वाले छोटे किसान को 400 रुपए सम्मान भत्ता और मजदूर को 350 रुपये इज्जत की रोटी खाने के लिए रोज दिए जाएंगे, यह नवजोत सिद्धू की गारंटी नहीं वचन है। सरकार आने पर हर हाल में इसे लागू करेंगे।

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