जालंधर (द स्टैलर न्यूज़)। जि़ले में चल रहे और पूरे हो चुके विकास प्रोजैक्टों की स्थिति का जायज़ा लेते हुए डिप्टी कमिश्नर घनश्याम थोरी ने सोमवार को सम्बन्धित अधिकारियों को पूरे किए कामों के प्रयोग सर्टिफिकेट जमा करवाने के आदेश दिए। इसके अलावा वर्क आर्डर अलाट किए गए कामों को शुरू करने के निर्देश भी दिए। जि़ला प्रशासकीय कंपलैक्स में कार्य साधक अधिकारियों, बी.डी.पी.ओज़ और अन्य सम्बन्धित आधिकारियों के साथ बैठक करते डिप्टी कमिशनर ने इस बात पर ज़ोर दिया कि अलग-अलग प्रोजैक्टों, जिनके वर्क आर्डर अलाट किए जा चुके है, पर काम तुरंत प्रभाव के साथ शुरू किया जाए। उन्होंने कहा कि उक्त कामों को समय पर पूरा करने के साथ लोगों को ज़रूरी सुविधाएं उपलब्ध करवाई जा सकती है।
अतिरिक्त डिप्टी कमिश्नर (विकास) जसप्रीत सिंह और अतिरिक्त डिप्टी कमिशनर (शहरी विकास) हिमाशू जैन की मौजूदगी में डिप्टी कमिश्नर ने स्मार्ट विलेज अभियान की प्रगति का जायज़ा लिया, जिसके पहले पड़ाव के अंतर्गत स्वीकृत किए गए 964 कामों में से 962 काम पूरे हो चुके है, जबकि दूसरे पड़ाव के अंतर्गत स्वीकृत किए 3086 कामों में से 2834 कार्य पूरे किए जा चुके है। इसी तरह नगर निगम जालंधर की तरफ से शहरी वातावरण सुधार प्रोगराम के पहले पड़ाव में कुल 127 अलाट किए कामों में से 122 काम 1775.45 लाख की लागत के साथ पूरे किये जा चुके है जबकि अतिरिक्त डिप्टी कमिश्नर (शहरी विकास) की तरफ से अलाट किए 188 कामों में से 185 काम 1064.98 लाख की लागत के साथ पूरे किए जा चुके है। प्रोगराम के दूसरे पड़ाव के अंतर्गत नगर निगम की तरफ से अलाट किए 200 कामों में से 136 काम 3623.90 लाख रुपए के साथ पूरे हो गए है, जबकि अतिरिक्त डिप्टी कमिश्नर की तरफ से शुरू करवाए 249 कामों में से 224 कार्य 1355.86 लाख की लागत के साथ पूरे किए जा चुके हैं। इसी तरह तीसरे पड़ाव के अंतर्गत नगर निगम की तरफ से अलाट किए 114 कामों में से 114 काम शुरू किए जा चुके है, जिनको 2723.99 लाख की लागत के साथ पूरे किया जाएगा, जबकि अतिरिक्त डिप्टी कमिश्नर की तरफ से शुरू करवाए 155 कामों में से 73 काम शुरू किए जा चुके हैं और 189.23 लाख की लागत के साथ 16 कार्य पूरे किए जा चुके है।
इसके अलावा डिप्टी कमिशनर ने पंजाब निर्माण प्रोगराम, 5-5 मरला प्लाट आदि योजनाओं की प्रगति की समीक्षा करने के इलावा बलां गाँव में चल रहे विकास कामों का जायज़ा भी लिया। इस अवसर पर सभी एस.डी.एमज़, नगर कौंसिलों के कार्यकारी अधिकारी और अन्य मौजूद थे।