पंजाब पुलिस द्वारा पंजाब विधानसभा चुनाव के मद्देनजऱ नशों संबंधी स्थिति का जायज़ा लेने के लिए उच्च स्तरीय मीटिंग

चंडीगढ़ (द स्टैलर न्यूज़)। पंजाब विधानसभा चुनाव 2022 का ऐलान हो जाने के मद्देनजऱ पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) पंजाब वी.के. भावरा ने शनिवार को राज्य में नशों की आमद को रोकने के लिए अलग-अलग राज्यों की पुलिस और ख़ुफिय़ा एजेंसियों के बीच और ज्यादा तालमेल बनाने की ज़रूरत पर ज़ोर दिया। जि़क्रयोग्य है कि आदर्श चुनाव आचार संहिता लागू हो गया है और विधानसभा चुनाव 14 फरवरी, 2022 को होने हैं, जबकि नतीजे 10 मार्च, 2022 को घोषित किए जाएंगे। जि़क्रयोग्य है डीजीपी आगामी विधानसभा चुनाव के मद्देनजऱ नशों की स्थिति का जायज़ा लेने के लिए की गई उच्च स्तरीय तालमेल मीटिंग की अध्यक्षता कर रहे थे। यह मीटिंग मुख्य निदेशक विजीलेंस ब्यूरो-कम -राज पुलिस नोडल अधिकारी चुनाव, पंजाब द्वारा करवाई गई थी। ए.डी.जी.पी. आर.एन.ढोके और ए.डी.जी.पी नरेश अरोड़ा भी मीटिंग में मौजूद थे।
इस मीटिंग में नार्कोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी), सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ), दिल्ली पुलिस, हरियाणा पुलिस, हिमाचल प्रदेश पुलिस, राजस्थान पुलिस, चण्डीगढ़ पुलिस, मध्य प्रदेश पुलिस और जम्मू-कश्मीर पुलिस के नुमायंदों ने भाग लिया। मीटिंग में जम्मू-कशमीर, हिमाचल प्रदेश, हरियाणा, उत्तराखंड और यूटी चण्डीगढ़ आदि राज्यों के मुख्य ड्रग कंट्रोलरों ने भी भाग लिया। मीटिंग के दौरान, सभी पड़ोसी राज्यों और एजेंसियों ने नोडल अफ़सर नियुक्त करने का फ़ैसला लिया है। यह नोडल अफ़सर नशों संबंधी किसी भी जानकारी /ख़ुफिय़ा जानकारी को तत्काल तौर पर साझा करने के लिए अपने मोबाइल नंबर आपस में साझा करेंगे और एक व्हाट्सऐप ग्रुप भी बनाएंगे जिससे नशों के कारोबार में शामिल किसी भी व्यक्ति को बिना समय गंवाये काबू किया जा सके।
सभी नुमायंदों ने एनडीपीएस एक्ट के मामलों के दोषी भगौड़े अपराधियों (पीओ) और पैरोल जम्परों की सूची साझा करने का फ़ैसला किया है। उन्होंने बेहतर तालमेल वाली कार्रवाई को अंजाम देने के लिए नशों की तस्करी में शामिल लोगों के विवरण आपस में साझा करने का भी फ़ैसला किया। एनसीबी अथॉरिटी द्वारा पंजाब में 28 टीमें (हर जिले में एक टीम) पंजाब पुलिस के साथ तालमेल करने के लिए तैनात की जायेगी जिससे नशों के विरुद्ध प्रभावशाली कार्रवाई की जा सके। विभिन्न नशीले पदार्थों की तस्करी के स्रोतों बारे जानकारी देते हुए डीजीपी ने पाकिस्तान की ओर से आने वाले कंटेनरों में नशों की तस्करी को रोकने के लिए इंटीग्रेटड चैक पोस्ट, अटारी में चैकिंग तेज करने की ज़रूरत पर ज़ोर दिया और पड़ोसी राज्यों द्वारा अंतरराज्यीय सरहदों को सील करने के लिए भी कहा। उन्होंने आईजीपी /सीमा सुरक्षा बल, जालंधर, पंजाब फ्रंटियर को अंतरराष्ट्रीय सरहद पर चौकसी और गश्त को तेज करने के लिए भी कहा।
उन्होंने ग्वालियर स्थित केंद्रीय नार्कोटिक्स ब्यूरो से अपील की कि वह उन क्षेत्रों में भुक्की और अफ़ीम की ग़ैर-कानूनी सप्लाई की चैकिंग को यकीनी बनाएं, जहाँ खसखस की खेती की जाती है। इसके साथ ही उत्तरी क्षेत्र के मुख्य ड्रग कंट्रोलरों को यह यकीनी बनाने के लिए कहा कि नशीली दवाओं की ग़ैर-कानूनी सप्लाई रोकी जा सके। उन्होंने एनसीबी से यह भी अनुरोध किया कि देश के उत्तरी क्षेत्र में तस्करी की जांच के लिए विशेष टीमें तैनात की जाएँ जिससे हर किस्म के नशों की सप्लाई की निगरानी करने के अलावा इफेड्रिन और स्यूडोफेड्रिन की सप्लाई पर तीखी नजऱ रखी जा सके। एस.पी.एन.ओ इलेक्शन ईश्वर सिंह ने कहा कि पंजाब पुलिस ने नशों के प्रति ज़ीरो टॉलरेंस की नीति अपनाई हुई है और पंजाब के सीपीज़ /एसएसपीज़ को नशों के विरुद्ध चौकसी और तेज करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि यदि कोई भी नशों की तस्करी या तस्करी में शामिल पाया गया तो उसे बख्शा नहीं जाना चाहिए।

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