मुंबई (द स्टैलर न्यूज़)। कोरोना और निमोनिया से 29 दिन जंग लडऩे के बाद आखिरकार प्रसिद्ध गायिका लता मंगेशकर (उम्र 92 साल) दुनिया को अलविदा कह गई। स्वर कोकिला ने रविवार सुबह 8:12 बजे अपने प्राण त्यागे। उनका इलाज मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में चल रहा था। उनके निधन पर 2 दिन का राष्ट्रीय शोक रहेगा और देशभर में तिरंगा आधा झुका रहेगा।
पार्थिव देह को दोपहर 12 बजे प्रभु कुंज स्थित घर पर ले जाया जाएगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी शाम 5 बजे मुंबई पहुंच कर उनके अंतिम दर्शन करेंगे। अंतिम संस्कार शिवाजी पार्क के श्मशान में किया जाएगा। बता दें कुछ दिन पहले सेहत में सुधार होने के बाद शनिवार को उनकी हालत ज्यादा बिगड़ गई थी। लता जी का जन्म 28 सितंबर 1929 को मध्य प्रदेश के इंदौर में हुआ था। लता जी ने 36 भाषाओं में 50 हजार गाने गाए थे, जो अपने आप में एक रिकॉर्ड है। लता मंगेशकर की आवाज के बिना फिल्में अधूरी मानी जाती थीं। 13 साल की उम्र में उन्होंने गाना शुरू कर दिया था। 5 भाई-बहनों में सबसे बड़ी लता जी की तीन बहनें आशा भोसले, उषा मंगेशकर, मीना मंगेशकर और भाई हृदयनाथ मंगेशकर हैं। लता मंगेशकर को 2001 में संगीत की दुनिया में उनके योगदान के लिए भारत के सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न से नवाजा गया था। इससे पहले भी उन्हें कई सम्मान दिए गए, जिसमें पद्म विभूषण, पद्म भूषण और दादा साहेब फाल्के सम्मान भी शामिल हैं।
लता जी ने ताउम्र शादी नहीं की थी, लेकिन वह प्यार से भी दूर नहीं रह पाई। उन्होंने प्यार भी ऐसा किया कि पूरी जिंदगी अपने प्रेमी राजस्थान के पूर्व डूंगरपुर राजघराने के राज सिंह के नाम कर दी। राज और लता दोनों शादी करना चाहते थे। लेकिन राज अपने परिवार के आगे झुक गए और दोनों की मोहब्बत केवल याद बनकर रह गई।