-स्वरूपों के साथ नशा करके चलने वालों को दूूर रखें आयोजक- होशियारपुर: नई सोच संंस्था की बैठक संस्थापक अध्यक्ष अश्विनी गैैंद की अध्यक्षता में हुई। इस मौके पर अश्विनी गैंद ने भगवान बजरंंग बली जी के स्वरूप बनाने वाली संस्थाओं से अपील की कि वह स्वरूप बनाने उपराांत मर्यादा का पूरा ध्यान रखें और स्वरूप द्वारा धारण किए बाणे से बांधे गए बांस के ऊपर पटाखे न चलाए जाएं, क्योंकि ऐसा करने से भगवान को बार-बार झुकना पड़ता है तथा इससे स्वरूप का अपमान होता है। अश्विनी गैंद ने कहा कि वह परंपरा का विरोध नहीं करते, अगर हम मर्यादा का पालन करें तो ऐसा करने का कहीं भी कोई धार्मिक प्रमाण नहीं मिलता। इसलिए इस प्रथा को बंद करना सभी के लिए उत्तम रहेगा। गैंद ने कहा कि स्वरूप जब भी श्रद्धालुओं के घरों में जाएं तो इस दौरान साथ चलने वाले अन्य स्वरुपों व आयोजकों को चाहिए कि वे लाउड स्पीकर की आवाज कम से कम रखें तथा भजनों के अलावा कोई फिल्मी धूनें व अन्य गीत न बजाएं। इसके साथ सभी भक्त ट्रैफिक नियमों को विशेष तौर से ध्यान में रखें ताकि सडक़ पर चलते समय किसी भी तरह की दुर्घटना से बचा जा सके, क्योंकि मेले होने के चलते बाजार में वैसे ही बहुत भीड़ रहती है। गैंद ने जिला प्रशासन से भी अपील की कि वेे त्योहार के दिनों को ध्यान में रखते हुए ट्रैफिक व्यवस्था की तरफ विशेष ध्यान दे। इस मौकेे पर मौजूद जिंदू सैनी ने कहा कि दशहरा पर्व के उपरांत बजरंग बली जी के बाणे को घरों व स्टोर रूम में रखने की बजाए मंदिरों में विश्रामित करना चाहिए ताकि भगवान के स्वरूपों के साथ उनकी भी पूजा अर्चना हो सके। अशोक शर्मा ने कहा कि कुछ लोग धर्म की आड़ में नशा करके स्वरूप के साथ घूमते हैं ऐसे लोगों को दूर रखा जाए तथा सनो स्प्रे का प्रयोोग बिलकुल न किया जाए, क्योंकि यह एक तरह का पैट्रोलियम उत्पाद होता है तथा इससे दूसरों को परेशानी होती है। इस अवसर पर राजा सैनी, रजत शर्मा, हितेष पराशर, इंजी. सुुरेश सिंह, राजेश शर्मा, राज कुमार, अमित खुल्लर सहित अन्य सदस्य मौजूद थे।
फोटो:- बैठक को संबोधित करते अश्विनी गैंद।
बजरंग बली जी का स्वरूप धारण करने वाले करें मर्यादा का पालन:अश्विनी गैंद
Advertisements