हमीरपुर(द स्टैलर न्यूज़), रिपोर्ट: रजनीश शर्मा। सुजानपुर की ग्राम पंचायत कुठेड़ा में अपने जन्मदिन समारोह में बतौर मुख्याअतिथि पहुंचे विधायक राजेंद्र राणा ने कहा कि मैं अपना जन्मदिन कभी नहीं मनाता था लेकिन कार्यकर्ताओं के आग्रह को मैं टाल नहीं सका, जिसके स्वरूप मैं आज आप सब के बीच हूं। उन्होंने कहा कि मेरे जीवन का एकमात्र मकसद व एकमात्र प्राथमिकता सिर्फ और सिर्फ जनसेवा है, जिसको लेकर मैं निरंतर संघर्षरत रहता हूं। राणा ने कहा कि सुजानपुर की जनता के फौलादी हौंसलों के दम पर 2017 के विधानसभा चुनावों में क्षेत्र ने जहां एक ओर नया सियासी इतिहास रचा है वहीं दूसरी ओर बीजेपी की सियासत का पूरा भुगोल ही बदल कर रख दिया है जिसकी चर्चा चुनाव बीतने के साढ़े 4 साल बीतने के बाद भी लगातार हिमाचल के हर हिस्से में चल रही है। राणा ने कहा कि अफसोस इस बात का है कि बीजेपी ने विकास करने की बजाय इन चार वर्षों में लगातार विकास रोकने का काम किया है। यहां तक कि विधायक निधी से स्वीकृत बजट के कामों को भी रोकने के लिए अधिकारियों पर लगातार धौंस-दबाव बनाया गया है।
सुजानपुर में बनने वाले 75 लाख के टाउनहाल का काम सिर्फ इसलिए रोका गया है कि उसकी शिलान्यास पट्टिका पर पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह का नाम अंकित है। इसी तरह साढ़े 4 साल पहले बनकर तैयार हो चुकी सुजानपुर के मिनी सचिवालय का काम इसलिए लटकाया गया है कि इसकी शिलान्यास पट्टिका पर भी राजा और राणा का नाम है। राणा ने समारोह में उमड़ी भीड़ के उत्साह की नवज पर हाथ रखते हुए कहा कि अब समय भी आ गया है और मैदान भी सजने लगा है, अब फैसला आपने सुनाना है कि क्या मैं सुजानपुर की सेवा के काबिल हूं। मुझे अगला चुनाव लडऩा है या नहीं। यह पूछे जाने पर सभा स्थल में उमड़ी भीड़ ने एक स्वर से कहा कि चुनाव भी आप ही लड़ेंगे और जीतेंगे भी आप ही, आप बस मैदान में उतरें।
इस पर राणा ने कहा कि सुजानपुर की हां और हामी पर अब यह चुनाव उनके द्वारा ही लड़ा जाएगा और हर सूरत में लडक़र जीता जाएगा ताकि बीजेपी की निक्कमी व निठ्ली सरकार को रुखस्त किया जा सके। राणा ने सुजानपुर की उधड़ी हुई खस्ताहाल सडक़ों पर बात करते हुए कहा कि जैसे बीजेपी के राज में सुजानुपर की सडक़ें वर्षों से उधड़ी पड़ी हैं, वैसा ही हाल अब सुजानपुर बीजेपी का करे, ताकि फिर से सुजानपुर मुख्यधारा में आगे बढ़े। राणा ने कहा कि प्रदेश उपचुनाव में चार सीटों पर हुई कांग्रेस की जीत ने स्पष्ट संकेत दिया है कि अब बीजेपी का बोरिया-बिस्तर गोल होने वाला है।