हिंदू संगठनों ने किया संघर्ष का ऐलान, कहा-काले झंडे लगाकर इंसाफ की हत्या का मातम मनाएंगे

होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़)। गौ हत्याओं के विरोध में बंद दौरान हुए हिंदू नेताओं पर झूठे मुकदमों को लेकर सोमवार को हिंदू संगठनों ने एकजुटता का परिचय देते हुए शक्ति मंदिर नई आबादी में पत्रकार सम्मेलन किया।

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हिंदू संगठनों की ओर से शफी हीर, उमेश जैन, गोपीचंद कपूर, कर्मवीर वाली, एसएम सिद्धू, जसवीर सिंह काका गुर्जर व लक्की ठाकुर, पंडित दीपक शारदा, अश्विनी ठाकुर जंगली, अभि वालिया, राकेश चावला रम्मी, गौरव शर्मा, जीवा, युवराज सिंह, नीटा किक्की वर्मा, बब्बू ठाकुर, मणि पंडित, साबी, सोनू ठाकुर, कृष्ण गोपाल आनंद, भारत भूषण वर्मा, हरीश खोसला, कर्मवीर बाली, रमन शर्मा, अरोड़ा, सुनील चिंटू, जगजीत, राजीव, शशि डोगरा, मुकेश सूरी, गोपीचंद कपूर, रजत शर्मा, सुदेश मल्होत्रा, शाम सुंदर शर्मा, कृष्ण कुमार, नामदेव पार्थ, अश्वनी छोटा, लोकपाल ने प्रैस को संबोधित करते हुए कहा कि पिछले दिनों हिंदू नेताओं पर हुए झूठे मुकदमों के तथ्यों से नवनियुक्त एसएसपी को अवगत करवाया था परंतु पुलिस ने आज तक कोई कार्रवाई न की, जिससे प्रतीत होता है कि मौजूदा सरकार, राजनीतिक व्यक्तियों या कट्टरपंथियों के दबाव में हिंदू समाज पर अत्याचार किए जा रहे हैं और न्याय नहीं मिल रहा इसलिए प्रशासन को चेतावनी देते हुए संघर्ष का ऐलान किया। शहर में प्रशासन का विरोध में काले झंडे लगाकर इंसाफ की हत्या का मातम मनाया जाएगा अगर फिर भी प्रशासन न जागा तो हर चौक पर प्रशासन द्वारा की गई नाइंसाफी के बारे में जनता को जागरूक किया जाएगा उसके बाद रोष रैली, भूख हड़ताल, आमरण अनशन, पूर्ण तौर पर चक्का जाम और आखिर में अनिश्चित काल के लिए शहर बंद के रूप में आंदोलन को आगे बढ़ाया जाएगा और प्रशासन को इंसाफ करने के लिए बाध्य किया जाएगा। इस अवसर पर शफी हीर ने कहा कि उन्होंने शहर में शांति और भाईचारा बना रहे और प्रशासन का लिए लॉ एंड ऑर्डर कायम रहे, का प्रयास किया था परंतु डॉक्टर और सांझा फ्रंट के कथित नेताओं के अडिय़ल रवैये से प्रयास सफल नहीं हुआ बल्कि उन्होंने शहर की शांति को भंग करने का कार्य किया है। वहीं उमेश जैन गोपीचंद कपूर ने कहा कि जो भी संघर्ष का ऐलान किया गया है, रामलीला कमेटी और व्यापारी वर्ग उस संघर्ष में बढ़-चढक़र भाग लेगा। उन्होंने प्रशासन को चेतावनी दी कि प्रशासन किसी भी चिंगारी को सुलगने का मौका न दे नहीं तो यह चिंगारी पूरे पंजाब को अपनी चपेट में ले लेगी।
कर्मवीर बाली ने कहा कि सरकार के नुमाइंदों को भी शहर में इंसाफ के लिए आवाज बुलंद करनी चाहिए थी। एसएम सिद्धू ने कहा कि शहर के भाईचारे में दरार डालने का काम कथित फ्रंट के लोग अपनी दुश्मनी निकालने के लिए शहर को आग की भट्टी में झोंकने का कार्य कर रहे है। कृष्ण गोपाल आनंद, काका गुर्जर ने कहा कि प्रशासन को होशियारपुर का इतिहास नहीं भूलना चाहिए कि जब भी पुलिस प्रशासन ने हिंदू समाज के साथ अन्याय किया है तो यह शहर के लोग इंसाफ लेने के लिए अनिश्चित काल बंद कर चुके हैं। इस अवसर रणजीत राणा ने कहा कहा कि थाना मॉडल टाऊन के एसएचओ और सिटी डीएसपी ने कट्टरवादी मुसलमानों के दबाव में आकर झूठे मुकदमें दर्ज किए हैं। पुलिस द्वारा दिखाई गई वीडियो में भी झगड़ा दुकान के बाहर हो रहा है परंतु उन्होंने इस मामले को उलझाने के लिए धारा 452 का मुकदमा देकर कोर्ट की अवमानना की है, जिसके खिलाफ माननीय एडवोकेट संदीप पंडित ने सैशन कोर्ट में एक कंप्लेंट दर्ज की थी। एसएचओ ने सुप्रीमकोर्ट के बनाए कानून की उल्लंघना की और सीजीएम कोर्ट में अपने किए पर बिना शर्त माफी मांग कर सुप्रीम कोर्ट की अवमानना का दोषी सिद्ध हो चुका है और कोर्ट ने कार्रवाई करते हुए एसएचओ और आईओ का मामला हाईकोर्ट को भेज दिया है इससे सिद्ध होता है कि पुलिस ने कानून को ताक पर रखकर हिंदू नेताओं के आवाज को दबाने के लिए ही झूठे मुकदमे दर्ज किए हैं ताकि बढ़ती हुई मुस्लिम संख्या का विरोध होशियारपुर का हिंदू समाज सिख समाज ना कर सके इसलिए पुलिस प्रशासन को चाहिए कि जिन लोगों के कहने पर कथित डॉक्टर ने हिंदू समाज के नेताओं का नाम लिखाया है और जिन युवकों को डॉक्टर ने जातिसूचक गालियां देकर झगड़ा किया। उक्त डॉक्टर पर तुरंत एससी/एसटी एक्ट के अधीन मुकदमा दर्ज किया जाए और शहर में धार्मिक रंगत देकर दंगा फसाद करवाने की कोशिश करने वालों पर कानूनी कार्रवाई की जा सके ताकि शहर की शांति को आग लगाने वाले लोगों पर नकेल कसी जा सके।

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