रीया ने खेलों तथा पूनम ने पेटिंग के मुकाबलों में मारी बाजी

होशियारपुर, (द स्टैलर न्यूज़) रिपोर्ट- गुरजीत सोनू : सरकार की ओर से सर्वशिक्षा अभियान के तहित विशेष जरुरतों वाले बच्चों के लिए चलाए जा रहे रिसोर्स सैंटर कारगर साबित हो रहे है और शारीरिक तथा मानसिक तौर पर कमजोर यह बच्चे खेलों, पढ़ाई तथा अन्य अलग-अलग मुकाबलों मेंं बाजी मार रहे है। सरकार की ओर से इन बच्चों को विशेष मौके प्रदान किए जा रहे है ताकि इन को समय के अनुकूल बनाया जा सकें। जहां खेलों के क्षेत्र में दिमागी तौर पर कमजोर रीया ने बाजी मारी है वही सुनने तथा बोलने में अस्मर्थ पूनम कुमारी की भी पेटिंग स्पैशल रिसोर्स सैंटर होशियारपुर में आकर्षण का केंद्र बनी हुई है।
जिलाधीश विपुल उज्जवल ने बताया कि सरकारी एलीमैंट्री स्कूल ढोलवाहा के रिसोर्स सैंटर में विशेष शिक्षा प्राप्त कर रही रीया डडवाल ने साबित कर दिया है कि शारीरिक अपंगता उसके हैसलों को पस्त नहीं कर सकती। दिमागी तौर पर कमजोर इस लडक़ी के जयपुर में हुई 19वीं पंजाब स्टेट स्पैशल ओलंपिक्स, भारत में 100 मीटर तथा 200 मीटर दौड़ में गोल्ड मैडल जीत कर पहला स्थान प्राप्त किया है। इस के अलावा रीया ने मनिस्ट्री आफ यूथ एफेयर्स में भी 100 तथा 200 मीटर दौड़ में पहला स्थान प्राप्त किया है। रीया राष्ट्रीय स्तर पर खेलों के लिए भी चुनी गई है।

Advertisements

रीया ने जयपुर राष्ट्रीय स्तर की खेलों में भी 100 मीटर दौड़ में दूसरा स्थान प्राप्त किया है तथा 200 मीटर दौड़ में चौथे स्थान पर रही है। रीया जयपुर में बीमार भी हो गई थी मगर उस ने फिर भी हिम्मत नहीं हारी तथा सिलवर मैडल जीत कर परिजनों का, जिले का तथा सूबे का नाम रौशन किया। इस के अलावा स्पैशल रिसोर्स सेंटर होशियारपुर में सुनने तथा बोलने में अस्मर्थ पूनम कुमारी की ओर से की गई पेटिंग आर्कषण का केंद्र बनी हुई है। पूनम की ओर से बहुत ही मेहनत से अलग अलग तरह की मनमोहक पेटिंग की गई है।

जिलाधीश श्री उज्जल ने बताया कि जिले के विशेष जरुरतों वाले बच्चों के लिए सरकार की ओर से 82 रिसोर्स सेंटर चलाए जा रहे है। इन में से एक स्पैशल सैंटर सरकारी सीनियर सैकेंडरी स्कूल रेलवे मंडी में भी चल रहा है। उन्होंने बताया कि रिसोर्स सैंटर में 5476 चुनौतीग्रस्त बच्चे है और सर्व शिक्षा अभियान के तहत जहां इन बच्चों का इलाज करवाया जाता है वही 31 स्पैशल टीचरों की ओर से इन को शिक्षित भी किया जाता है। उन्होंने अध्यापकों को अपील करते हुए कहा कि इन बच्चों को पूरी मेहनत व तनदेही से शिक्षित किया जाए ता जो यह बच्चे अपनी अलग पहचान बना सकें।
उधर दूसरी तरह रीया को इस मुकाम तक पहुंचाने के लिए ब्लाक भूंगा – 2 में बतौर स्पैशल अध्यापक (आई.ई.आर.टी) श्रीमति अंजू बाला ने बताया कि उसको बहुत खुशी महसूस हो रही है कि रीया अपनी दिमागी कमजोरी को मात पा रही है। उन्होंने बताया कि रीया जैसे बाकी विशेष जरुरतों वाले बच्चों को पढ़ाना उसके लिए मान की बात है।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here