होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़)। होशियारपुर जि़ले की पहचान डब्बी बाज़ार के हाथी दांत तथा लकड़ी की हस्तकला के कारण पूरी दुनिया में है। इस बात को जानते हुए एलायंस क्लब इंटरनैशनल डिस्ट्रिक-19 की ओर से 1855 में स्थापित हुई फर्म कन्हईया लाल ब्रिज लाल में काम करते कारीगरों को उत्साहित करन के लिए एक सम्मान समरोह का आयोजन किया गया। जिसमें डिस्ट्रिक गर्वनर एैली. पुष्पिन्द्र शर्मा पूर्व डिस्ट्रिक गर्वनर, एैली डॉ. एम.जमील बाली, मल्टीपल नार्थ के स्पीकर एैली. अशोक पूरी, एैली सोमेश कुमार के साथ साहित्यकार सम्पादक बलजिन्दर मान तथा अशोक खुराना विशेष रूप से उपस्थित हुए। हस्तकला की फर्म कन्हईया लाल ब्रिज लाल जोकि 1855 से इस काम में स्थापित तौर पर काम कर रही है, में अब तक अनेकों कारीगरों की चार पीढीय़ां ने अपने काम से हस्तकला को सम्मान दिलाया है। इस अवसर पर पिछले 50 सालों से काम करते दिलबाग राये को सम्मानित करने के लिए आज एकत्रिता की गई। इस अवसर पर एैली. डॉ. एम.जमील बाली ने बताया कि बचपन में हरेक आदमी हस्तकला के काम में हाथ अजमाने के लिए सन्तुष्टि ग्रहण करता है।
आदमी किसी भी रूप में कलाकारी सृजना के साथ देश तथा समाज में सहज तथा सृजना की क्रिया में विकास करता है। इस अवसर पर एैली. अशोक पूरी ने बताया कि बड़े-बड़े घरों में ड्राईंग रूम में पड़ी कला कृतियां हम सभी मन मोह लती हैं पर! उनके पीछे अनेकों लोगों की सृजना होती है जिनको अनदेश कर दिया जाता है। हमें यह भी पता नही होता कि उनके घरों का चूल्हा असानी से चल भी रहा है या नही। इस अवसर पर दिलबाग राये के साथ दस्तकार राजकुमार, बलदेव सिंह, सोहन सिंह, राकेश कुमार, सतनाम जी, परमजीत सिंह, निर्मल दास, गुरप्रीत लाल ने बताया कि हस्तकला के साथ बड़े-बड़े ड्राईंग तो सज जाते हैं, उनको देखने वालों की आखों को सुकून मिलता है पर कारीगर के घर के चूल्हे तथा जीवन बहुत आसान से नही चलता। उनके बच्चे जिनको हस्तकला विरासत में मिली है वो आगे इससे जुडऩा नही चाहते। इस अवसर पर समूह कारीगरों के साथ मुंह मीठा करने के उपरान्त दिलबाग राये को एलायन्स क्लब इंटरनैशनल की ओर से स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया।