होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़)। श्री अकाल तख्त के जत्थेदार माननीय ज्ञानी हरप्रीत सिंह जी का बयान धर्मांतरण के मुद्दे पर स्वागत योग्य है यह बात आज प्राकृतिक व सामाजिक वातावरण प्रेमी वीर प्रताप राणा ने कही उन्होंने आगे कहा कि धर्मांतरण पंजाब की जड़ें खोखली कर रहा है वही यह लाखों सदियों से पंजाब के बसे भाई चारे के बीच नफरत के बीज भी बो रहा है, जत्थेदार श्री ज्ञानी हरप्रीत सिंह जी के ब्यान के साथ सभी पंजाब वासियों को एक साथ आ के इसका समर्थन करना चाहिए और मैं बेंनती करता हूँ कि पंजाब के हिंदू एवं सिख मिलकर इस धर्मांतरण के बीज का विरोध करें एवं हिंदू व सिख एक हो कर पंजाब को धर्मांतरण, नफरत, नशे व गरीबी से दूर करने के लिए एकजुट होकर काम करे।
वीर प्रताप राणा ने बताया कि उन्होंने पिछले 1 साल से कई बड़े अकाली नेता व सिख प्रचारकों से धर्मांतरण के मुददे पर चर्चा की थी व अकाल तख्त के जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह जी का धर्मांतरण के प्रति चर्च एवं मसीतों के प्रति ब्यान सुनकर मन बहुत प्रसन्न हुआ और मैं आशा करता हूँ कि ज्ञानी हरप्रीत सिंह जी के ब्यान को सभी हिंदू व सिख एक हो कर इस पर काम करेंगे व पंजाब को फिर सुनहरे भविष्य की ओर ले जाएंगे। वीर प्रताप राणा ने कहा कि हिंदू व सिख मिल कर एक ऐसे फंड का निर्माण करें जिससे की लालच में धर्मांतरण कीये हुए लोगों को वापस अपने अपने धर्मों में लौटने पर सहायता प्रदान की जाए। वीर प्रताप राणा ने बड़े हिंदू व सिख नेताओं को अपील की है कि वह एक बार मिल बैठकर इस समस्या के समाधान के लिए एकजुट होकर काम करें ताकि पंजाब में एक नई आशा की किरण का उदय हो।