जिला प्रशासन स्कूलों में पढऩे वाली लड़कियों की सुरक्षा के लिए वचनबद्ध

-लड़कियों को सुरक्षित माहौल मुहैय्या करवाया जाएगा : जिलाधीश
होशियारपुर(द स्टैलर न्यूज़) रिपोर्ट : गुरजीत सोनू जिलाधीश विपुल उज्जवल ने कहा कि जिले के स्कूलों में पढऩे वाली लड़कियों को एक सुरक्षित माहौल मुहैय्या करवाया जाएगा ताकि वे अपने आप को सुरक्षित महसूस कर सकें। वह जिला प्रबंधकी काम्पलैक्स में बेटी बचाओ,बेटी बेटी पढ़ाओ के तहित जिला टास्क फोर्स की बैठक को संबोधित कर रहे थे। इस उच्च स्तरीय बैठक दौरान विभागों के मुखियों के अलावा जिले के सभी डीएसपीज तथा एस.एच.ओ. मौजूद थे। जिलाधीश ने कहा कि पुलिस व शिक्षा विभाग की ओर से स्कूलों में पढ़ रही लड़कियों को बिना किसी डर व झिझक के किसी भी तरह की छेड़छाड़ खिलाफ आगे आने के लिए जागरुक भी किया जाएगा।

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उन्होंने निर्देश देते हुए कहा कि पुलिस विभाग स्कूलों में साधे पहरावे में अपने अधिकारी भेजें तथा यह अधिकारी जिला शिक्षा अफसरों के साथ तालमेल करके लड़कियों के भीतर जागरुकता लाएं कि अगर उनके साथ किसी भी तरह की कोई गलत हरकत करता है या छेडख़ानी करता है तो उसके बारे बिना किसी डर व भय के बताया जाए। उन्होंंने कहा कि किसी समय लड़कियों के भीतर जागरुकता की कमी के कारण वे बता नहीं पाती। इस लिए लड़कियों को सहज महसूस करवाना शिक्षा विभाग तथा पुलिस विभाग की जिम्मेदारी है।

उन्होंने कहा कि छेड़छाड़ जैसी घटनाओं के खिलाफ सख्ती से निपटा जाएगा। जिलाधीश विपुल उज्जवल ने कहा कि हाई व सीनियर सैकेंडरी स्कूलों में एक बालिका मंच की स्थापना भी की जा रही है तथा इस मंच में छात्राओं को ही शामिल किया जाएगा जब कि एक अध्यापक कनवीनर होगा। उन्होंने पुलिस विभाग को यह भी निर्देश दिए कि लड़कियों को सुरक्षा प्रदान करने के लिए सोशल मीडिया व वट्सअप जैसे ग्रुप भी बनाए जा सकते है।

इस मौके एड़िशनल जिलाधीश (ज) अनुपम कलेर, डी.एस.पी (एच) जंग बहादर सिंह, डी.एस.पी (डी) गुरजीतपाल सिंह सहित समूह डी.एस.पी, समूह एस.एच.ओ, जिला प्रोग्राम अफसर डा. कुलदीप सिंह, जिला बाल सुरक्षा अफसर डा. हरप्रीत कौर, जिला परिवार भलाई अफसर डा. राजिंदर राज, बाल विकास प्रौजेक्ट अफसर तथा ब्लाक प्राइमरी शिक्षा अफसरों के अलावा अन्य अधिकारी भी मौजूद थे।

पहली कक्षा से उच्च स्तरीय पढ़ाई के लिए वजीफे व होस्टल की सहूलिय
जिलाधीश विपुल उज्जवल ने कहा कि जिले में 6 से 14 साल के बच्चों को पहल के आधार पर शिक्षा मुहैया करवाने के लिए सरकार वचनबद्घ है। उन्होंने कहा कि इस आयु के बच्चों को शिक्षा यकीनी बनाने के लिए जिला प्रशासन की ओर से विशेष सर्वे भी करवाया जा रहा है, ताकि पता चल सके कि कितने बच्चे शिक्षा प्राप्त नहीं कर रहे। उन्होंने कहा कि सर्वे करवाने से जैसे शिक्षा से वंचित रह गए बच्चों को शिक्षा प्राप्त होगी वही बाल मजदूरी को भी ठल्ल पड़ेगी। जिलाधीश ने कहा कि बच्चों की शिक्षा के लिए मजदूरों की रजिस्ट्रेशन भी एक मील पत्थर साबित हो सकती है।

उन्होंने कहा कि निर्माण से संबंधित लगातार 90 दिन काम करने वाले मजदूर की रजिस्ट्रेशन होने से बाकी सहुलियतों के साथ बच्चों की पढ़ाई के लिए पहली कक्षा से 12वीं कक्षा तक वजीफे की सहुलियत दी जा रही है जब कि आईटीआई, बीए, एमए, एएनएम, जीएनएम, डिग्री (मैडीकल व इंजीनियरिंग) करने पर वजीफे से साथ साथ होस्टल फीस की सहुलियत भी दी जाती है। उन्होंने कहा कि यह सहुलियतें पंजाब बिल्डिंग एंड अदर कंस्ट्रक्शन वकर्स वैल्फेयर बोर्ड की ओर से रजिस्ट्रर्ड उसारी मजदूर लाभपात्रियों को ही मिलेंगी। इस लिए जिले से संबंधित उसारी का काम करने वाले मजदूर (लगातार 90 दिन काम करने वाले) रजिस्ट्रेशन करवाने को तरजीह दें।

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