अमृतसर ( द स्टैलर न्यूज़): पंजाब के कर कमिश्नर श्री कमल किशोर यादव ने आज विभाग के अधिकारियों को राज्य में राजस्व बढ़ाने के लिए टैक्स चोरी करेन वालों के प्रति कोई नरमी न बरतने की नीति अपनाने के हुक्म दिए हैं। टैक्स वसूली का जायज़ा लेने के लिए विभाग की मीटिंग की अध्यक्षता करते हुये कर कमिश्नर ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि टैकस चोरी रोकने में किसी भी तरह की ढिलाई बर्दाश्त नहीं की जायेगी। उन्होंने कहा कि हर अधिकारी का यह फर्ज बनता है कि टैक्सों की चोरी, यदि कोई हो, को सख़्ती से रोका जाये। श्री यादव ने कहा कि टैक्सों की चोरी से सरकारी खजाने को भारी नुक्सान होता है जोकि किसी भी तरह असहनीय है। उन्होंने कहा कि विभाग अब टैक्स चोरी करने वालों के विरुद्ध शिकंजा कसेगा। भ्रष्टाचार के विरुद्ध कोई नरमी न बरतने की वचनबद्धता को दोहराते हुए कर कमिश्नर ने कहा कि ऐसी गतिविधि में शामिल किसी भी व्यक्ति के विरुद्ध सख़्त से सख़्त कार्यवाही की जायेगी। उन्होंने कहा कि लोगों को बिना किसी देरी के समयबद्ध ढंग के साथ सेवाएं मुहैया करवाई जानी चाहिऐ। श्री यादव ने यह भी कहा कि विभाग इस साल टैक्स वसूली और सेवा प्रदान करने में नया मापदंड स्थापित करेगा।
कर कमिश्नर ने टैक्सों के लम्बित बकाए की जल्द वसूली के लिए भी यत्न तेज़ करने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि सभी अधिकारियों को इच्छुक डिफालटरों से बकाए की वसूली के लिए बड़ी रिकवरी मुहिम शुरू करनी चाहिए। श्री यादव ने कहा कि राज्य में टैक्स वसूली को बढ़ाने के लिए यह समय की ज़रूरत है।अधिकारियों की तरफ से टैक्स सुधारों के लिए पेश किये गए नये विचारों का स्वागत करते हुये कर कमिश्नर ने कहा कि टैक्स सुधारों के लिए नयी पहलकदमियां की जानी चाहिएं। उन्होंने कहा कि विभाग अधिकारियों की तरफ से दिए ऐसे नये और गतिशील विचारों को राज्य स्तर पर भी दोहराएगा। श्री यादव ने यह भी कहा कि विभाग राज्य में टैक्स वसूली को और बेहतर बनाने के लिए अथक मेहनत कर रहा है।
कर कमिश्नर ने आगे ऐलान किया कि विभाग जल्द ही राज्य में जाली फर्मों पर नकेल डालने के लिए एक बड़ी मुहिम शुरू करेगा। उन्होंने कहा कि ऐसी कोई भी फर्म जो ग़ैर-कानूनी तरीके से टैक्स चोरी करने की कोशिश करती है, उसके साथ सख़्ती से निपटना जायेगा। श्री यादव ने कहा कि हर अधिकारी को उनके अधिकार क्षेत्र में किसी भी जाली फर्म के संचालन के लिए जवाबदेह बनाया जायेगा। एक अन्य मुद्दे पर चर्चा करते हुए कर कमिश्नर ने कहा कि हर अधिकारी यह यकीनी बनाऐगा कि मूल्यांकन के मामलों को जल्द से जल्द पूरा किया जाये। उन्होंने कहा कि अधिकारियों को वित्तीय साल के अंत तक इंतज़ार नहीं करना चाहिए, बल्कि बारीकी से अध्ययन करके सितम्बर के अंत तक इसको पूरा करना चाहिए। श्री यादव ने कहा कि विभाग की तरफ से जल्द ही हर अधिकारी को अपना मूल्यांकन पूरा करने के लिए महीनावार लक्ष्य निर्धारित किये जाएंगे।
कर कमिश्नर ने अधिकारियों को अपने क्षेत्र के दौरे बढ़ाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि यह विभाग को जहाँ एक तरफ़ ज़मीनी हकीकतों से अवगत करवाने में मदद करता है, वहीं दूसरी तरफ़ टैक्सों से सम्बन्धित मामलों को सुचारू बनाने में मदद करता है। श्री यादव ने कहा कि जांच हर अधिकारी के लिए ज़रूरी है और इस सम्बन्धी विभाग के हुक्मों की पालना की जानी चाहिए। अमृतसर के जि़ला टैक्स बार और जी. एस. टी. प्रैकटीशनरज़ एसोसिएशन ने भी अमृतसर दौरे पर गए कर कमिश्नर सामने अपनी माँगें रखी। उन्होंने वेट मामलों के लिए एकमुशत स्कीम लाने और अमृतसर में जी. एस. टी. भवन के निर्माण समेत अलग-अलग नुक्तों पर भी चर्चा की। उन्होंने कमिश्नर को अपनी तरफ से हर तरह के सहयोग का भरोसा दिया और उनकी पहुँच के लिए स्थानीय अधिकारियों की सराहना की। इस मौके पर उनके साथ जी. एस. टी. की डायरैक्टर श्रीमती ब्रह्मनीत कौर, अतिरिक्त कमिश्नर श्री रवनीत खुराना और श्री विराज श्यामकरन टिडके भी मौजूद थे