हमीरपुर (द स्टैलर न्यूज़), रिपोर्ट: रजनीश शर्मा। कांग्रेस जिला अध्यक्ष राजेंद्र जार ने भारतीय सेना में हिमाचल के कोटे को घटाने पर चिंता व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि हिमाचल वासियों की भारतीय सेना में आरंभ से ही सबसे अधिक भागीदारी रही है और आबादी के अनुपात में हमारे जिला हमीरपुर से आज भी सेना में देशभर में सबसे अधिक संख्या में सैनिक देश की रक्षा के लिए अपनी सेवाएं प्रदान कर रहे हैं। किसी समय सेना की भर्ती में वीरभूमि के नाम से प्रख्यात हिमाचल प्रदेश का कोटा 6% हुआ करता था जो घटाकर 0.6% कर दिया गया है जो इस प्रदेश के साथ नाइंसाफी है ।
यह वक्तव्य आज यहां से जारी एक प्रेस विज्ञप्ति में जिला कांग्रेस कमेटी हमीरपुर के अध्यक्ष राजेंद्र जार ने कही। उन्होंने कहा कि पिछले कई वर्षों से प्रदेशभर से केंद्र सरकार से सेना भर्ती में पहले वाला 6% कोटा बहाल करने की मांग उठाई जा रही है। इसके साथ पड़ोसी पहाड़ी राज्य उत्तराखंड गढ़वाल रेजीमेंट की तरह बड़े समय से अपेक्षित हिमाचल रेजिमेंट का गठन भी रक्षा विभाग कर देता तो प्रदेश के सेना में भर्ती संबंधित समस्या का भी हल हो सकता है। कांग्रेस पार्टी बड़े समय से सेना में और राज्यों की तरह हिमाचल रेजिमेंट गठित करने की मांग कर रही है।
जिलाध्यक्ष जार ने कहा कि हमीरपुर जिला के सैकड़ों सैनिक देश की रक्षा करते हुए शहीद हो चुके हैं। जिनके लिए सरकार की ओर से हमीरपुर में शहीद स्मारक बनाने का आश्वासन दिया गया था । परंतु कई वर्ष बीतने पर भी यह महान कार्य पूरा नहीं हुआ है। उन्होंने बताया कि निवर्तमान कांग्रेस सरकार के समय में तत्कालीन मुख्यमंत्री स्वर्गीय वीरभद्र सिंह ने शिक्षा के क्षेत्र में अग्रणी जिला को देखते हुए हमीरपुर में कन्या महाविद्यालय बनाने की घोषणा की थी और यह कालेज संभवत : राजकीय सीनियर सेकेंडरी स्कूल बाल में चलाना निश्चित हुआ था परंतु सरकार बदलते ही यह योजना ठंडे बस्ते में डाल दी गई है। वर्तमान प्रदेश भाजपा जयराम सरकार उपरोक्त योजनाओं का गंभीरता से संज्ञान लेकर इसे धरातल पर लाए जिला कांग्रेस कमेटी हमीरपुर यह मांग करती है ।