मानव जीवन का उद्देश्य ईश्वर की प्राप्ति करना है: साध्वी जयंती भारती 

होशियारपुर(द स्टैलर न्यूज़)। दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान  एवं समूह नगर निवासियों के सहयोग द्वारा पांच दिवसीय भगवान शिव कथा कार्यक्रम के दूसरे दिन में सर्व श्री आशुतोष महाराज जी की शिष्या साध्वी सुश्री जयंती भारती ने बताया कि मानव का जीवन तभी सार्थक हो पायेगा जब वह  शिव तत्व का साक्षात अपने भीतर करेगा। मानव जीवन का उद्देश्य ईश्वर की प्राप्ति करना है। इसके लिए भक्तों को किसी पर्वत या किसी कंदरा में जाने की जरूरत नहीं । शिव तो  मानव के अंतःकरण में ही है। शास्त्र कहते हैं देह  शिवालय  है अगर हृदय स्थल के मध्य ध्यान द्वारा उनकी आराधना की जाती है तभी भक्ति पूर्ण हो पाती है।  त्रिनेत्र धारी भगवान शिव जिन्हें भक्त त्रयंबकम नाम से भी पुकारते हैं। भक्तों को संकेत करते हैं कि ऐसा शिव नेत्र हर मानव के दोनों आंखों के मध्य में है परंतु जीवन भर बंद रहता है। सतगुरु की कृपा ही इस दिव्य चक्षु को खोला जा सकता है। मानव का हृदय ईश्वरीय प्रकाश में झिलमिला उठता है।

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संस्थान द्वारा चलाए जा रहे अंतर्दृष्टि प्रकल्प के तहत नेत्रहीन लोगों को दिल्ली में अद्योग लगाकर दिए हैं जिसमें नेत्रहीन साबुन और मोमबत्तियां बनाते हैं। उन्होंने कभी भी बाहर का सूर्य नहीं देखा परंतु ज्ञान चक्षु खुलते ही भीतर उस  प्रकाश का निरंतर ध्यान करते हैं। आगे साध्वी  जी ने सत्ती देह प्रसंग का वर्णन किया। साध्वी जी ने बताया कि माता सत्ती ने अपनी देह को किसी बाहरी अग्नि से नही जलाया था बल्कि ध्यान योग से उन्होंने अपने भीतर से ही दिव्य अग्नि को प्रकट कर और अपने स्थूल शरीर को विखंडित किया था। इसलिए जो हमारे समाज मे सत्ती प्रथा की कुरीति थी।उन्होंने बताया कि सत्ती प्रथा के विषय में पूर्ण ज्ञान ना होने के कारण आज समाज की यह दशा हुई। कथा में माता पार्वती जी के जन्म उत्सव को बढ़ी धूमधाम से मनाया गया। इसके विषय में बताते हुए साध्वी जी ने कहा कि आज से हजारों बर्ष पहले हिमालय राज और मैंना के घर में जब एक पुत्री का जन्म हुआ तो उन्होंनें ने अपनी पुत्री के जन्म को हर्ष-उल्लास के साथ मनाया था। यह इस बात का प्रमाण है कि हमारे देश में पुत्री को पुत्र से कभी भी कम नही समझा गया।

उन्होंने बताया कि कन्या भ्रूण हत्या करने वालों को ईश्चर कभी माफ  नही करता। प्रभु  की पावन आरती के साथ कथा को विश्राम दिया गया। आरती में विशेष रूप से स्वामी सज्जनानंद, साध्वी सुश्री रुक्मणी भारती जी, राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग भारत के राष्ट्रीय अध्यक्ष विजय सांपला, अरुणेश शाकर पूर्व विधायक मुकेरिया , पार्षद नीरज साहनी बंटी , पार्षद विकी अरोड़ा, पार्षद हरमिंदर कौर, अमृत धनोआ जी, कृष्ण व्यापारी, विवेक जैन।एक्स्ट्रा स्मार्ट किड्ज़, यगदत्त , अशोक महाजन, जसबीर सिंह , जरनैल सिंह, रिकी राणा मोहिंद्रा ट्रैक्टर्ज़ , ऐडवोकेट लवदीप मिनहास , अभिषेक शाकर ,राजेश महाजन और भारी संख्या में श्रद्धालुगण उपस्थित हुए।

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