होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़)। सिविल सर्जन होशियारपुर डॉ.प्रीत मोहिंदर सिंह जी के नेतृत्व में मातृ मृत्यु की समीक्षा के लिए सिविल सर्जन कार्यालय में मातृ मृत्यु समीक्षा समिति का आयोजन किया गया। जिसमें ब्लॉक के वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी, संबंधित एलएचवी व एएनएम ने भाग लिया। इस दौरान अगस्त व सितंबर माह में 3 मातृ मृत्यु की समीक्षा की गई। समिति की बैठक को संबोधित करते हुए सिविल सर्जन ने कहा कि तीन मातृ मृत्यु की समीक्षा के बाद तथ्य सामने आया है कि कुछ मौतों का कारण उच्च जोखिम वाली गर्भावस्था थी और इन गर्भवती महिलाओं ने समय पर इलाज नहीं लिया। उन्होंने फील्ड स्टाफ को गर्भावस्था के दौरान 21 खतरे के संकेतों के आधार पर उच्च जोखिम वाली गर्भवती महिलाओं की सूची तैयार करने और उन पर अतिरिक्त जांच करने के निर्देश दिए, ताकि जरूरत पड़ने पर उन्हें स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया कराकर मातृ मृत्यु को रोका जा सके एवं दर कम की जा सकती है। उन्होंने सभी वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारियों को अपने स्तर पर मातृ मृत्यु दर को कम करने के लिए आवश्यक कदम उठाने को कहा। प्रत्येक गर्भवती महिला की एएनसी के दौरान रक्तचाप और रक्त की जांच करनी यक़ीनी बनाया जाए। इसके साथ ही हर एसएमओ की टेबल पर हाई रिस्क गर्भवती महिलाओं की सूची होनी चाहिए और उन्हें इन गर्भवती महिलाओं की जन्म योजना की समीक्षा जरूर करनी चाहिए।
जिला परिवार कल्याण अधिकारी डॉ. सुनील अहीर ने कहा कि प्रत्येक माह की 9 तारीख को उनके स्वास्थ्य संस्थानों में पीएमएसएमए के तहत गर्भवती महिलाओं के विशेषज्ञ डॉक्टरों द्वारा आवश्यक जांच और परीक्षण सुनिश्चित किया जाए। इस अवसर पर सहायक सिविल सर्जन डा.पवन कुमार, वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी डॉ. सुनील भगत, महिला रोगों के विशेषज्ञ डॉ.मंजरी, डी.एम.ई.ए. मैडम अनुराधा ठाकुर शामिल थीं।