पढ़ाई के साथ कला और संस्कार जरूरी: डा.धर्मवीर कंडा 

कपूरथला (द स्टैलर न्यूज़), रिपोर्ट: गौरव मढिय़ा। दीपावली के अवसर पर केएम किडस कैसल स्कूल में आयोजित कार्यक्रम में डेकोरेशन कर छात्रों में छिपी प्रतिभा उभरकर सामने आई।इस दाौरान स्कूल प्रबंधतंत्र ने बच्चों को प्रदूषण रहित दीपावली मनाने एवं सुरक्षित रहने की सलाह दी।इसमें बच्चों की रचनात्मकता और कलात्मकता गुणों को परखा गया।इस दौरान स्कूल के एमडी धर्मवीर कंडा ने बताया कि स्कूल कि और से दिवाली का त्योहार बड़ी धूमधाम से मनाया गया।इस दौरान स्कूल के नन्हे-मुन्ने बच्चो ने टीचर के साथ मिल कर कैंपस में की सजावट के लिए अलग अलग जगहों पर बहुत ही बढ़िया तरीके से डेकोरेशन करने में टीचर का साथ दिया और अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया।उन्होंने बताया कि प्रतियोगिता में प्रथम स्थान, दूसरा स्थान, तीसरे स्थान पर रहे बच्चो को को पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया और सभी बच्चों को मिठाई खिलाकर दीपावली की शुभकामनाएं दी गई।स्कूल के एमडी धर्मवीर कंडा ने बताया कि इस प्रतियोगिता का मुख्य उद्देश्य बच्चों में पढ़ाई के साथ-साथ रचनात्मकता के गुणों का विकास करना था।कंडा ने कहा कि भारतीय परंपराएं स्वयं में कुछ न कुछ समाहित किए हुए हैं।

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दीपावली पर्व अंधेरे को दूर कर प्रत्येक व्यक्ति के जीवन में प्रकाश भरने का संदेश देता है।धर्मवीर कंडा ने बताया कि स्कूल द्वारा समय-समय पर बच्चों में पढ़ाई के अलावा कला संगीत के प्रति भी रुचि को जगाने के लिए ऐसी प्रतियोगताओ आयोजन किया जाता है।इससे बच्चों का मानसिक विकास भी होता है। कंडा ने बताया कि समाज के प्रति सभी के कर्तव्य है।एक अच्छा नागरिक बनने की नींव बचपन में ही रखी जाती है। स्कूली शिक्षा के साथ साथ बच्चो को नैतिक ज्ञान देना और उनके कर्तव्य के बारे में बताना स्कूल का भी फर्ज बनता है।और केएम किडस कैसल स्कूल अपने इस कर्तव्य को बाखूबी निभा रहा है।  उन्होंने कहा कि तभी एक बच्चा आगे बढ़कर अपने साथ साथ एक सभ्य समाज की भी नीव मजबूत करता है।

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