कपूरथला (द स्टैलर न्यूज़), रिपोर्ट: गौरव मढिय़ा। भाई बहन के प्यार का प्रतीक भैया दूज का पर्व बुधवार को उत्साह के साथ मनाया गया। इस अवसर पर विश्व हिन्दू परिषद जालंधर विभाग के प्रधान नरेश पंडित ने कहा कि भैया दूज त्योहार भाई बहन के प्यार,स्नेह और विश्वास का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि भाई दूज का पर्व भाई-बहन के रिश्ते पर आधारित पर्व है,जिसे बड़ी श्रद्धा और परस्पर प्रेम के साथ मनाया जाता है।रक्षाबंधन के बाद,भाईदूज ऐसा दूसरा त्योहार है,जो भाई बहन के अगाध प्रेम को समर्पित है।
नरेश पंडित ने बताया कि भाई दूज का पर्व दीपावली के तीसरे दिन मनाया जाता है।इस दिन भाई को तिलक लगाकर प्रेमपूर्वक भोजन कराने से परस्पर तो प्रेम बढ़ता ही है,भाई की उम्र भी लंबी होती है।भाईदूज के रूप में मनाए जाने वाले त्योहार के लिए ऐसा माना जाता है कि दीपावली के बाद भाई दूज के दिन ही यमराज ने अपने बहन यमी के घर का रुख किया था,यमराज की बहन यमी ने उनके माथे पर तिलक लगाकर सलामती की दुआ मांगी थी।इस पर यमराज ने अपनी बहन को हमेशा इस दिन उसके पास आने का वचन दिया।मान्यता है कि इस दिन जो भी भाई अपनी बहन से माथे पर तिलक लगाता है उसकी लंबी आयु होती है।
एक अन्य कथा के अनुसार भगवान कृष्ण ने नरकासुर का वध करने के बाद अपनी बहन सुभद्रा के घर का रुख किया था।कृष्ण की बहन सुभद्रा ने दिए जलाकर भाई का स्वागत किया था और तिलक लगाकर लंबी उम्र की दुआ मांगी थी।नरेश पंडित ने कहा कि इस दिन हमें ऐसे सामंजस्यपूर्ण समाज के निर्माण का संकल्प लें जहां महिलाओं की सुरक्षा और सम्मान को अत्यधिक महत्व दिया जाए और वे अपनी आकांक्षाओं को स्वतंत्र रूप से पूरा करें।नरेश पंडित ने कहा कि हर दिन छेड़खानी और बलात्कार की घटनाएं सामने आती रहती हैं।इसके पीछे की मुख्य वजह लोगों के मन में दूसरे घर की बहन-बेटियों को लेकर सम्मान नहीं होना है।अगर हर भाई यह शपथ ले कि वह किसी की भी बहन-बेटी के साथ अन्याय नहीं होने देगा,तो बहन-बेटियों पर होने वाले अत्याचार खत्म हो जाएंगे।नरेश पंडित ने कहा कि समाज में फैल रही दुष्कर्म जैसी घटनाओं को समाज में बढऩे से रोकें, महिलाओं और लड़कियों की रक्षा अपनी जिम्मेदारी समझें।तभी महिलाओं और लड़कियों पर होने वाले अपराधों से मुक्ति मिल पाएगी।उन्होंने कहा कि समाज में आज महिलाओं पर अपराध काफी बढ़ गए है, खासकर छोटी बच्चिों को भी शिकार बनाया जा रहा है।