होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़)। 0-5 वर्ष की आयु के बच्चों की मृत्यु की समीक्षा के लिए सिविल सर्जन कार्यालय में आज सिविल सर्जन डॉ प्रीत मोहिंदर सिंह की अध्यक्षता में एवं जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ सीमा गर्ग के नेतृत्व में बाल मृत्यु समीक्षा बैठक आयोजित की गई. जिसमें बीईई, एलएचवी, सभी प्रखंडों से संबंधित एएनएम। और आंतरिक समिति ने भाग लिया। अक्टूबर माह में जिले में विभिन्न कारणों से 5 वर्ष तक के बच्चों की कुल 15 मौत हुई, जिसके कारणों पर बैठक में चर्चा की गयी.समीक्षा बैठक के दौरान डॉ. प्रीत मोहिंदर सिंह ने कहा कि ये मौतें जन्मजात बीमारियों, कम वजन के बच्चों और अन्य कारणों से हुई हैं. उन्होंने वर्तमान एएनएम, एलएचवी को गर्भवती महिलाओं को जल्द से जल्द पंजीकृत करने, नियमित स्वास्थ्य जांच में बीपी, वजन और रक्त परीक्षण, अतिरिक्त जांच, टीकाकरण और उच्च जोखिम वाले गर्भधारण के लिए संस्थान में प्रसव सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
बैठक के दौरान डॉ. सीमा गर्ग ने कहा कि समीक्षा के दौरान यह देखा गया कि ज्यादातर मौतें समय से पहले बच्चों और बच्चों के एस्पिरेट्स के कारण हुई हैं. इस संबंध में उन्होंने फील्ड स्टाफ को निर्देश दिया कि नवजात को एक घंटे के भीतर स्तनपान कराएं. छह माह तक बच्चे को केवल मां ही खिलाएं। बच्चों को सही तरीके से स्तनपान कराने के लिए माताओं को एएनएम और आशा कार्यकर्ताओं द्वारा प्रशिक्षित किया जाना चाहिए। माताओं को बताया जाना चाहिए कि स्तनपान के बाद डकार लेना चाहिए और बच्चे को बाईं ओर ले जाना चाहिए। छह महीने के बाद पूरक आहार शुरू करते समय बच्चे को किसी एक आहार से शुरुआत करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि बच्चों को जन्म के समय बीसीजी, हेपा-बी और पोलियो की खुराक दी जानी चाहिए। ये सभी चीजें बाल मृत्यु दर को कम करने में मदद कर सकती हैं।इस अवसर पर डॉ मीत सिंह, डिप्टी मास मीडिया ऑफिसर तृप्ता देवी, डिप्टी मास मीडिया ऑफिसर रमनदीप कौर, जिला कार्यक्रम प्रबंधक मुहम्मद आसिफ, जिला बीसीसी समन्वयक अमनदीप सिंह और सुश्री नवप्रीत कौर भी उपस्थित थीं।