होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़), रिपोर्ट: संदीप वर्मा। कोरोना वायरस की रोकथाम और लोगों को इससे बचाने में लगे सरकारी तंत्र एवं अमले में मुख्य भूमिका जहां डाक्टरों, स्वास्थ्य कर्मियों एवं पुलिस की है वहीं सफाई सेवकों का भी रोल काफी अहम है। पुलिस तंत्र द्वारा करफ्यू का पालन करवाकर जहां लोगों को इस नामुराद बीमारी के प्रति जागरुक किया जा रहा है वहीं पुलिस द्वारा मानवता के प्रति अपने फर्ज को भी पूरी ईमानदारी और निष्ठा से निभाया जा रहा है। पुलिस के हर एक प्रयास से पुलिस की एक अलग ही छवि उभर कर सामने आई है। लेकिन पुलिस की छवि को धूमिल करने वालों की भी कमी नहीं है, जो पुलिस विभाग की लाख कोशिशों पर पानी फेरने का कोई मौका नहीं छोड़ते। ताजा मामले में थाना सदर पुलिस में तैनात एक ए.एस.आई. की बहुत ही घटिया करतूत जगजाहिर होने के बाद पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठने लगे हैं।
एक नाके से गुजरना एक राहगीर को उस समय महंगा पड़ा जब ए.एल.आई. साहिब उसकी दुकान पर पहुंचकर उससे 2 हजार रुपये की मांग करने लगे और उसने उसे 1 हजार रुपये दिए। अब आप ये न समझना कि मामला प्यार मोहब्बत का है। बल्कि वर्दी वाले साहिब ने उसे गाड़ी बॉन्ड करने की धमकी देकर वसूले। वर्दी वाले साहिब की पैसे लेते की सारी घटना सी.सी.टी.वी. में कैद हो गई और नाके पर छोड़े गए राहगीर व पुलिस वाले की बातचीत की आडियो रिकार्डिंग में साहिब कितचने रौब से धमकी दे रहे हैं साफ सुना जा सकता है। 18 अप्रैल की घटना बताई जा रही है तथा पीडि़त ने 19 अप्रैल को थाना माडल टाउन में लिखित शिकायत देकर ए.एस.आई. के खिलाफ कार्यवाही की मांग की। लेकिन शिकायत दिए जाने से खफा ए.एस.आई. आज 20 अप्रैल को जब उन्हें धमकाने पहुंचे कि शिकायत वापिस लो नहीं तो. . , के बारे में जब मीडिया को पता चला तो मीडिया को आता देख वह मुंह छिपाकर भाग खड़ा हुआ।