होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़)। मात्र 19 साल की आयु में देश की खातिर जान कुर्बान करने वाले शहीद करतार सिंह सराभा जैसे शहीदों को ही युवा वर्ग को अपना आदर्श बनाना चाहिए ताकि वह उनके सपनों के भारत का निर्माण करके उनके शुरु किए कार्यों को पूर्ण कर सकें। यह विचार नगर सुधार ट्रस्ट के पूर्व चेयरमैन एडवोकेट राकेश मरवाहा ने शहीद करतार सिंह सराभा के 108वें शहीदी दिवस पर उनके बुत पर श्रद्धासुमन भेंट करते हुए व्यक्त किए। इस मौके पर मरवाहा ने कहा कि शहीद करतार सिंह सराभा ने देश की खातिर शहादत का जाम पीकर यह संदेश दिया था कि किसी भी भारतवासी को गुलामी की जंजीरों में रहना पसंद नहीं है और न वे कमजोर हैं।
उनकी कुर्बानी ने देश में आजादी की वह अलख जगाई, जिस पर चलते हुए हजारों-लाखों देशवासियों खासकर युवाओं ने देश को आजाद करवाने में अपने प्राणो की आहुति दे डाली थी। उनके द्वारा अंग्रेज हकूमत से लेकर दी गई आजादी को हमारी युवा पीढ़ी को संभालने हेतु आगे आना चाहिए। उन्होंने युवाओं से अपील की कि वह रील हीरों को छोडक़र देश के नायकों को अपना आदर्श बनाएं और समाज एवं देशहित में कार्य करें। इस मौके पर पूर्व शहरी प्रधान कांग्रेस मुकेश डावर, लक्की मरवाहा, सौरव जैन, अमन शर्मा, रिक्की मरवाहा, संजीव शर्मा, संदीप सैनी एवं मनधीर सिंह आदि मौजूद थे।