होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़)। गांव फलाही में सरकार की तरफ से बनाया गया कैटल पाऊण्ड सरकारी गऊशाला सिर्फ नाम का ही कैटल पाऊण्ड प्रतीत हो रहा है क्योंकि प्रबन्धों की कमी और वहां पर मौज़ूदा समय में रखे गए लवारिस गौधन के लिए चारे की व्यवस्था न होने के चलते कैटल पाऊण्ड गायों एवं गौधन के लिए कब्रगाह बनने लगा है। उक्त विचार नई सोच संस्थाा के संस्थापक अध्यक्ष एवंम जिला एनीमल वेलफेयर सोसायटी होशियारपुर के सदस्य अशवनी गैंद एवं पूर्व पार्षद सुरेश भाटिया बिट्टू ने कहे। उन्होने बताया कि जिस पावन उद्देश्य के लिए कैटल पाऊण्ड का निर्माण किया गया था वह जिला प्रशासन के कुप्रबंधों की भेंट चढ़ता जा रहा है।
उन्होने कहा कि बड़े दुख की बात है कि चारे की कमी के कारण कैटल पाऊण्ड में गौधन कमज़ोर एवं मरने के कगार पर पहुंच रहा है। परन्तु जिला प्रशासन कुम्भकरण की नींद सो रहा है। श्री गैंद ने कहा कि गौमाता में 32 कोटि देवी-देवताओं का वास होने के बावजूद गौमाता का तिरस्कार हो रहा है, जिसे किसी भी कीमत पर बर्दाशत नहीं किया जा सकता। जबकि कई बार जिलाधीश को मांग पत्र देने के बाद भी इस तरफ जिला प्रशासन का ध्यान नहीं जा रहा। अगर जिला प्रशासन इसे नहीं चला सकता तो इसे बंद कर देना चाहिए। क्योंकि गौधन इससे बेहतर तो सड़कों पर ही खा पी रहा था। इस बावत मंगलवार को एक मांग पत्र नये जिलाधीश श्रीमति कोमल मित्तल को देकर कैटल पाऊण्ड फलाही में असुविधाओं के से अवगत करवाया जायेगा। मौके पर मौज़ूद नीरज गैंद, अमन सेठी, रकेश कुमार, लक्की धुग्गा, सुक्खा आदि।