होशियारपुर(द स्टैलर न्यूज़)। भाजपा की वशिष्ठ नेता लक्ष्मीकांता चावला ने कहा कि पंजाब के सभी जिलों में सरकारें पहले तो अवैध कालोनियां बनने देती हैं और फिर उन्हें उजाड़ने का काम करती हैं। जो लोग मकान बनाते हैं जो सरकारी भाषा में अवैध है वे कारपोरेशन इलाके के एमएलए, एमपी और प्रशासन की आंखों के सामने बनते हैं। यह भी कहिए कि उनकी सहमति से बनते हैं। सरकार और ये उच्चाधिकारी नहीं महसूस करते कि छोटा सा मकान बनाने के लिए भी गरीब आदमी की सारी खून पसीने की कमाई लग जाती है। जब यह कालोनियां बनती और बढ़ती हैं तब प्रशासन क्यों सोचा रहात है। असली अपराधी तो वे लोग हैं जो उन मकानों को बनने देते हैं जिन्हें कानून की भाषा में सरकारें बाद में अवैध कहेंगी।
महंगाई के इस जमाने में जब नमक आटे का भी जुगाड़ मुश्किल है उस कठिन समय में लोगों के बने बनाए मकान तोड़ देना, गैर इंसानी है, निर्दयता है। जिस तरह का जालंधर में आज चीख पुकार देखा गया और पुलिस कर्मचारी रोते तड़पते लोगों को लाठियां मारकर हटा रहे हैं, कारपोरेशन उनके मकान तोड़ रहा है उससे ऐसा लगता है कि इंसानियत नाम की कोई चीज नहीं रही। पुलिस कर्मचारियों की मजबूरी भी समझ सकते हैं उन्हें बड़े साहब का आर्डर रहता है। अगर सरकार में दमखम है तो लोगों के बने हुए मकान अवैध कहकर न तोड़ें, बल्कि उनको दंड दें जिन पार्षदों के इलाके में नगर निगम की नाक तले, राजनेताओं के सामने ये मकान ये बस्तियां बन गईं। जब वोट लेने जाते हैं क्या यह नहीं पता लगता कि वे अवैध मकानों से वोट मांग रहे हैं या सही ठिकानों से। सरकार यह जुल्म जबर बंद करे।