कपूरथला (द स्टैलर न्यूज़), गौरव मढ़िया: 7 दिसंबर की रात पंजाब के नकोदर में एक कपड़ा व्यवसायी भूपिंदर सिंह टिम्मी का कथित तौर पर फिरौती के लिए गोली मारकर शरेआम हत्या किये जाने और 9 दिसंबर की रात तरनतारन के सरहाली क्षेत्र में पुलिस थाने के साँझ केंद्र पर आरपीजी से हमला ककिये जाने की शिवसेना बाल ठाकरे के प्रदेश प्रवक्ता ओमकार कालिया ने कड़े शब्दों में निंदा करते हुए कहा कि इन दो घटनाओं के बाद राज्य में कानून व्यवस्था को लेकर कई सवाल उठ रहे हैं।उन्होंने कहा कि कानून व्यवस्था को लेकर सवाल उठने का कारण केवल ये दो घटनाएं नहीं है,बल्कि इस से पहले भी पुलिस की मौजूदगी में शरेआम तीन हत्याएं हो चुकी हैं।
उन्होंने कहा कि कई जगहों पर व्यवसायियों और व्यापारियों से रंगदारी और फिरौती की मांग किए जाने की घटनाएं सरकार के विफल होने का सबूत दे रही हैं। कालिया ने कहा कि पंजाबियों ने पहले भी पंजाब में काला दौर देखा है और अब ऐसा लगता है कि अगर समाज विरोधी अनसरो पर लगाम नहीं लगाई गई तो पंजाब दोबारा उसी दौर में न चला जाए।उन्होंने कहा कि असामाजिक तत्व पंजाब के भाईचारे को खत्म करने की फिराक में हैं।जिस कारन व्यापारी समुदाय काफी डरा हुआ है।कालिया ने कहा कि बीते दिनी सरहाली थाने पर और इस से पहले मई माह में मोहाली स्थित पुलिस खुफिया विभाग के मुख्यालय पर आरपीजी हमले के अलावा रोपड़ में पुलिस चौकियों पर ग्रेनेड हमले व अनेको टारगेट किलिंग आदि पंजाब में दुबारा आतंकवाद को पुनर्जीवित करने के उद्देश्य से करवाए जा रहे हैं।उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय सुरक्षा और सांप्रदायिक सद्भाव को नुकसान पहुंचाने वाली ताकतों की चुनौतियों के प्रति कोई समझौता नहीं होना चाहिए। कालिया ने कहा कि पुलिस थाने पर रॉकेट लांचर से हमला किया जाना बेहत चिंता का विषय है,यह दूसरी बार रॉकेट लांचर से हमला किया गया है।
सरकार की अक्षमता से अलगाववादी ताकतें सिर उठा रही हैं।उन्होंने सभी पंजाबियों से अपील की है कि वे सरकार पर दबाव बनाएं ताकि कानून व्यवस्था की स्थिति बनी रहे।उन होने कहा कि राज्य के इतिहास में यह पहली बार हो रहा है जब भगवंत मान के नेतृत्व वाली आप सरकार के 8 महीने के कार्यकाल में लगातार पुलिस चौकियों पर हमले हो रहे हैं।पिछले 8 महीनों में पंजाबियों ने देखा है कि गायक-कलाकार सिद्धू मूसेवाला सहित कई लोग मारे जा चुके हैं।कालिया ने कहा कि नकोदर कि घटना इसका स्पष्ट उदाहरण है की कैसे व्यापारियों और उद्योगपतियों के पास फिरौती के लिए गैंगस्टरों के कॉल आ रहे हैं।जब फिरौती नहीं दी जाती तो उन्हें मार दिया जाता है। पंजाब के कई जिलों में पुलिस ने ऐसे मामले दर्ज किए हैं जिनमें उद्योगपतियों और कारोबारियों के पास फिरौती के लिए फोन आए।इससे आसानी से अंदाजा लगाया जा सकता है कि राज्य के शहरों में आगे व्यापारी वर्ग सुरक्षित नहीं है तो पंजाब कैसे आगे बढ़ सकता है।उन्होंने कहा कि राज्य में उद्योगपतियों और कारोबारियों के लिए आतंक का माहौल है।
कालिया ने कहा कि शिवसेना बाल ठाकरे पंजाब के व्यपारी वर्ग के साथ कंधे से कंधा मिला कर कड़ी है।उन्होंने कहा कि यदि पंजाब सरकार ने व्यापारी वर्ग की सुरक्षा को सुनिश्चित नहीं किया तो शिवसेना बाल ठाकरे सोई हुई सरकार को जगाने के लिए सड़कों पर उत्तर कर संघर्ष करेगी।उन्होंने कहा कि इन स्थितियों के लिए आप सरकार पूरी तरह से जिम्मेदार है और वह अपनी जिम्मेदारी से भाग नहीं सकती। इन घटनाओं की पुनरावृत्ति खतरे की निशानी है,इसका कारण यह है कि आप सरकार स्थिति को गंभीरता से नहीं ले रही है।उन्होंने कहा कि आप सरकार के सत्ता में आने के बाद यह दूसरा आरपीजी हमला है।प्रदेश में पहले ही डर का माहौल है।कालिया ने पंजाब सरकार से अपील करते हुए कहा कि पंजाब में बिगड़ते हालात को देखते हुए पंजाब पुलिस को खुली छूट दी जाए,ताकि पुलिस कड़ी तमाशा देखने के बाजए असामाजिक तत्वों को जवाब दे सके।