होशियारपुर(द स्टैलर न्यूज़)। पिछले दो सालों से बिना सर्जन डाक्टर के चल रहे हैं जिला होशियारपुर के पशु हस्पताल, उक्त विचार नई सोच वेलफेयर सोसायटी के संस्थापक अध्यक्ष अशवनी गैंद एवं पूर्व पार्षद सुरेश भाटिया बिट्टू ने एक प्रैस व्यान में कहे। उन्होने बताया कि जिला होशियारपुर में जब भी किसी पशु की सर्जरी करनी होती है तो जरुरतमंद को जगह-जगह धक्के खाने के बाद अपने पशुधन से हाथ धोना पड़ता है यां फिर उसे खेतीबाड़ी यूनिवर्सिटी लुधियाना लेकर जाना पड़ता है। कई बार देखने में आता है कि इनके पास ना तो कोई दवाई होती है और यहां तक कि यदि किसी जानवर को कोई चोट आ जाये उसे पट्टी करवानी पड़ जाये तो पट्टी तक भी बाहर से लानी पड़ती है।
उन्होने कहा कि सरकारी अस्पताल होशियारपुर तो केवल प्राईवेट पालतु कुत्तों की सेवा कार्य में लगा रहता है। पालतु एवं लवारिस गऊधन की देखभाल आदि के लिए होशियारपुर के पौली क्लीनिक में सिर्फ टीका लगाने वाले डाक्टरों से ही गुजारा करना पड़ता है। गैंद ने बताया कि होशियारपुर में पिछले काफी समय से सर्जरी एवं गायनी डाक्टर न होने के कारण कई गऊधन मौत के आगोश में जा चुके हैं। सो प्रशासन से अपील करते हैं कि जल्द से जल्द होशियारपुर में गायनी एवं सर्जरी डाक्टर का इंतज़ाम करें ताकि गऊधन की इलाज़ न होने से हो रही मौतों से बचा जा सके।