बादल और ढींडसा परिवार ने मिलीभुगत से संगरूर मैडीकल कॉलेज के काम में रुकावट डाली हुयी है: मुख्यमंत्री

संगरूर(द स्टैलर न्यूज़)। मुख्यमंत्री भगवंत मान ने आज बादल और ढींडसा परिवार पर तीखा निशाना साधते हुये कहा कि इन दोनों परिवारों ने अपने संकुचित राजनैतिक हितों की ख़ातिर संगरूर के मैडीकल कॉलेज के काम में रुकावट डाली हुयी है।
आज यहाँ पत्रकारों के साथ बातचीत करते हुये मुख्यमंत्री ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि ऐसे घिनौने हत्थकंडे अपनाने से इन दोनों परिवारों का जन विरोधी चेहरा बेनकाब हुआ है क्योंकि यह परिवार नहीं चाहते कि आम लोगों को यहाँ बनने वाले मैडीकल कॉलेज से बेहतर इलाज और शिक्षा मुहैया हो जिस कारण इलाके के लिए इस प्रतिष्ठित प्रोजैक्ट के रास्ते में रूकावटें डालने के लिए मिलीभुगत से साजिशें रचीं गईं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने संगरूर के नज़दीक संत बाबा अतर सिंह मसतूआना जी की याद में उच्च दर्जे का मैडीकल कॉलेज स्थापित करने का फ़ैसला किया था जिसके लिए 460 करोड़ रुपए के फंड रखे गए थे। भगवंत मान ने कहा कि इस प्रोजैक्ट का काम शुरू करने के लिए राज्य सरकार ने 460 करोड़ रुपए में से बहुत से फंड पहले ही जारी कर दिए थे।

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मैडीकल शिक्षा के गौरवमयी प्रोजैक्ट को रोकने के लिए दोनों परिवारों ने अपने राजनैतिक मतभेद भी दरकिनार कर दिए
बादलों के हाथों की कठपुतली बनने के लिए शिरोमणि कमेटी की सख़्त आलोचना, संगरूर में हर कीमत पर मैडीकल कॉलेज बनाने के लिए वचनबद्धता दोहराई

मुख्यमंत्री ने कहा कि इस मैडीकल कॉलेज का पहला अकादमिक सैशन इस साल मार्च महीने से शुरू होना था जिससे समूचे मालवा क्षेत्र को बेहतर मैडीकल सहूलतें हासिल होनी थीं। उन्होंने कहा कि इलाके के नौजवानों को उच्च मैडीकल शिक्षा के बेहतर मौके यहीं मिलने शुरू होने थे और इन नौजवानों को मैडीकल शिक्षा के लिए मजबूरनवश युक्रेन और अन्य विदेशी मुल्कों में न जाना पड़ता। इसके इलावा भगवंत मान ने कहा कि मैडीकल कॉलेज ने जहाँ इलाके के नौजवानों को प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष तौर पर रोज़गार के मौके मुहैया करवाने थे, वहीं मालवा पट्टी के विकास में बड़ा योगदान डालना था।
मुख्यमंत्री ने दुख के साथ कहा कि इस गौरवमयी प्रोजैक्ट को रोकने के लिए बादल और ढींडसा परिवार ने आपस में सुर से सुर मिलाते हुए अपनी राजनैतिक मतभेदों को भी दरकिनार कर दिया। उन्होंने कहा कि इन रसूखदार परिवारों ने पूरी ताकत लगाई हुई है कि किसी भी तरह यह प्रोजैक्ट शुरू न हो और यहाँ तक कि कानूनी तौर पर रुकावटें पैदा की गई। भगवंत मान ने कहा कि बादलों ने इस प्रोजैक्ट को स्थापित न होने देने के लिए शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी का भी दुरुपयोग किया जिससे आम लोगों को कोई राहत न मिल सके।
मुख्यमंत्री ने दुख के साथ कहा कि यह कितनी दुर्भाग्यपूर्ण बात है कि शिरोमणि कमेटी बादल परिवार के हाथों में कठपुतली वाली भूमिका निभा रही है और इस संस्था को बादलों की तरफ से अपने राजनैतिक मंसूबे पूरे करने के लिए इस्तेमाल किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि इस प्रोजैक्ट को रोकने के लिए बादल शिरोमणि कमेटी का दुरुपयोग कर रहे हैं जबकि इस प्रोजैक्ट ने इलाके के लोगों की तकदीर बदल देनी थी। भगवंत मान ने लोगों से अपील की कि जब भी अकाली उनके पास आएं तो अकालियों से इस प्रोजैक्ट को रोकने के पीछे के मकसद के बारे सवाल ज़रूर करें।
मुख्यमंत्री ने दोहराया कि यह मैडीकल कॉलेज हर कीमत पर शुरू करने के लिए उनकी सरकार   दृढ़ वचनबद्ध है जिससे राज्य के लोगों को इसका लाभ मिल सके। उन्होंने कहा कि बादल या ढींडसा जो करना चाहते हैं, कर लें परन्तु प्रोजैक्ट हर हाल में शुरू होगा। भगवंत मान ने कहा कि वह बादलों और ढींडसों को उनके इन घृणित कामों को सफल नहीं होने देंगे और आम लोगों की भलाई वाला यह प्रोजैक्ट जल्दी शुरू होगा।
विरोधी पक्ष को आड़े हाथों लेते हुये मुख्यमंत्री ने कहा कि अकाली लीडरशिप का एकमात्र एजेंडा राज्य के विकास की राह से उतारना है। मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार के विरुद्ध कोई ठोस मुद्दा न होने के कारण बौखलाए हुए अकाली मीडिया में मुख्य समाचार बटोरने के लिए व्यर्थ प्रयत्न कर रहे हैं। भगवंत मान ने कहा कि वह पंजाब को देश का अग्रण्ी राज्य बनाने के लिए पूरी तरह वचनबद्ध हैं और उनको कोई नहीं रोक सकता।
अपनी सरकार की जन हितैषी पहलकदमियों का जिक्र करते हुये मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार के मुफ़्त बिजली के ऐतिहासिक फ़ैसले के कारण राज्य के लगभग 90 प्रतिशत लोगों का बिजली बिल ज़ीरो आया है। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार के यत्नों स्वरूप राज्य में बिजली उत्पादन में 83 प्रतिशत का विस्तार हुआ है। भगवंत मान ने कहा कि उनकी सरकार की तरफ से किये गए अथक यत्नों स्वरूप पछवाड़ा कोयला खान से बिजली उत्पादन के लिए कोयले की सप्लाई लम्बे समय के बाद फिर शुरू हुई है।
मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि राज्य में 100 आम आदमी क्लीनिक पहले ही लोगों को मानक सेहत सेवाएं मुफ़्त प्रदान कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि आने वाले गणतंत्र दिवस के मौके पर इन क्लीनिकों की संख्या बढ़ा कर 353 कर दी जायेगी और मार्च, 2023 के अंत तक राज्य में ऐसे 700 क्लीनिक चालू हो जाएंगे। भगवंत मान ने कहा कि पंजाब सरकार विद्यार्थियों को मानक शिक्षा प्रदान करने के लिए राज्य के स्कूलों को प्रथम दर्जे के स्कूलों में तबदील करने के लिए वचनबद्ध है।
मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि राज्य सरकार राज्य में सेहत और शिक्षा क्षेत्र को मुख्य प्राथमिकता दे रही है और इन अहम क्षेत्रों के कायाकल्प के लिए कोई कसर बाकी नहीं छोड़ी जायेगी। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार के द्वारा राज्य की दौलत लूटने वाले लोगों को उनकी सरकार ने सलाखों के पीछे डाल दिया है। भगवंत मान ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि सरकारी खजाने में से लूटा गया एक-एक पैसा वापस लिया जायेगा और राज्य की शान को हर तरह से बहाल किया जायेगा। इस मौके पर मुख्यमंत्री के साथ वित्त मंत्री हरपाल चीमा, सूचना एवं लोक संपर्क मंत्री अमन अरोड़ा, विधायक नरिन्दर कौर भराज और अन्य भी उपस्थित थे।

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