अमृतसर(द स्टैलर न्यूज़)। भाजपा नेता व पूर्व मंत्री लक्ष्मीकांता चावला ने कहा कि पंजाब सरकार भांग पीने पिलाने पर प्रतिबंध लगाती है। कुछ वर्ष पहले एक महिला राज कौर को भांग बेचने के आरोप में जेल में डाला गया था और वह वहीं मर गई। उसके बच्चे अनाथ हो गए, क्योंकि उसका पति पहले ही दुनिया से जा चुका था। आश्चर्य है कि एक तरफ तो सरकार भांग पर प्रतिबंध लगाकर रखती है और ज्यादा से शराब पिलाने का प्रबंध भी करती है। सरकार को यह बताना होगा कि शराब अधिक हानिकारक है या भांग? क्या ऐसे कोई केस सरकार के पास है जहां भांग पीकर कोई दंगा फसाद करने गया हो? नैतिक अपराध किया हो या दूसरों पर हमला करने गया हो। एक तरफ तो शराब सरकारी ठेकों पर बेची जाती है, पर अगर गरीब आदमी शराब का शरबत खरीदे या बेचे उस पर एनडीपीएस एक्ट भी लगा दिया जाता है।
सरकारों के कितने चेहरे हैं, समझ नहीं आता। होली में, शिवरात्रि में तथा अन्य कुछ ऐसे उत्सवों पर भांग का खुला प्रयोग करने वाले तो सरकारी डंडे से बचे रहते हैं, पर गरीब आदमी पकड़ा जाता है। अगर शराब पीने की पूरी छूट है, पंजाब के सत्तापति चुनावों में शराब बांटकर वोट लेते हैं तो फिर भांग के नाम पर पुलिस थानों में बंद करना और जेलों में भेजना कैसे और क्यों उचित हो गया। बहुत अच्छा हो पंजाब सरकार इस नशा निरोधक महकमे के अधिकारी जनता को एक बार पूरी तरह बता दें कि शराब किस तरह भांग से अच्छी है। शराब पीने की छूट क्यों और भांग पर प्रतिबंध क्यों?