होशियारपुर(द स्टैलर न्यूज़), रिपोर्ट: समीर सैनी। मिनी सचिवालय होशियारपुर के पास लगती जिला परिषद की मार्किट की दुकाने पिछले लंबे समय से खाली पड़ी होने के चलते वहां पर नशेडिय़ों ने नशा करने का अड्डा बना लिया है। हमारे संवाददाता ने इस कंप्लैक्स का निरीक्षण किया तो जो चीजे वहां देखने को मिली वह आश्चर्यजनक थी। जिला परिषद की दो मंजिला इमारत खाली होने के चलते यहां कोई आता जाता नहीं है।
कुछ दुकानों के शटर बंद है और कुछ के आधे खुले हैं। वहां पर दुकानों के अंदर व बाहर नशा करके फेंकी गई सरिंजों की भरमार थी और नशे की खाली पुडिय़ों का ढेर लगा हुआ था। देखने में यह सरिंज डाईबटीज मरीज को ईंसुलीन देने वाली सरिंज लग रही थी, परंतु इसका इस्तेमाल नशेड़ी नशे की टीके लगाने में कर रहे हैं। कंाप्लैक्स की सीडिय़ों में प्रतिबंधित दवाईयों की शीशियां तथा आलुमिनियम फोयल पेपर बड़ी तदाद में पड़़े हुए थे।
आस-पास के दुकानदार और रेहड़ी वालों से पूछने पर पता चला कि नशेड़ी पूरा दिन यहां आकर अपने नशे की लत की पूर्ति करते हैं तथा जब कभी पुलिस यहां चैकिंग के लिए आती है तो वह भाग जाते हैं। दिन के समय तो यहां टीके लगाने वाले नशेड़ी आते हैं और रात्रि के समय शराबियों का तांता लग जाता है। बहुत सारे लोग जहां से दुकानों के सामने बैठकर या फिर अपनी गाडिय़ों में बैठकर बेरोकटोक शराब पीते हंै।
गौरतलब है कि इस कंप्लैक्स के चंद कदमों की दूरी पर मिनी सचिवालय है और यहां जिले के उच्चधिकारियों के कार्यालय हैं और दिन भर यहां पुलिस बल तैनात रहता है। बावजूद इसके सचिवालय के समीप स्थित इस मार्किट के हालात बद से बदतर होते जा रहे हैं। इस संबंध में नारकोटिक्स विभाग के अधिकारी से बात करने हेतु उनके मोबाइल नंबर पर संपर्क किया गया तो उनका फोन बंद आ रहा था।