सत्संग मिले तो काम चर्चा छोड़ नाम चर्चा में शामिल होना चाहिए: सुश्री नीलम गायत्री

होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़), रिपोर्ट : राकेश भार्गव: 1008 स्वामी प्रकाशानंद जी की अध्यक्षता में श्री रामचरितमानस प्रचार मंडल द्वारा श्री राम भवन, चांद नगर होशियारपुर में करवाई जा रही श्री राम कथा के प्रथम दिवस, चित्रकूट से पधारी परम आदरणीय नीलम गायत्री जी ने अपनी मधुर वाणी से उपस्थिति को राम जन्म जग मंगल हेतु, सुनाकर भावविभोर किया।उन्होंने बताया कि कथा कैसी होनी चाहिए। मंगल भवन अमंगल हारी का वर्णन करते हुए नीलम गायत्री जी ने कहा कि भगवान की कथा सदैव ही मंगलकारी होती है। भोले बाबा एवं माता पार्वती का वर्णन करते हुए पूज्या महाराज जी ने माता पार्वती का सीता रूप में आने का वर्णन किया। उन्होंने बताया कि ऐसा होने पर भोले बाबा ने उनसे कहा था कि अब आप मेरी अर्धांगिनी नहीं, अपितु माता के रूप में आ चुकी हैं।

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इसलिए अब मेरे साथ नहीं, अपितु अब आपका स्थान मेरे सामने है। उन्होंने पत्नि शब्द का अर्थ समझाते हुए कहा कि पत्नि वह है जो पति को गर्त से बचाते हुए, उसे धर्म के मार्ग पर चलते रहने के लिए प्रेरित करे। उन्होंने कहा कि सत्संग मिले तो काम चर्चा छोड़कर, नाम चर्चा में शामिल होकर ,अपने जीवन को प्रभु भक्ति में लगाना चाहिए। क्योंकि कुसंग में पढ़कर अच्छा जीवन भी बर्बाद हो जाता है। बिनु सत्संग ना हरि कथा का उल्लेख करते हुए पूज्या महाराज जी ने कहा कि हरि कथा का रसास्वादन सभी के हिस्से नहीं आता है। उन्होंने कहा कि हर कार्य में चतुराई चल सकती है, परंतु यदि भगवान मिलन की चाह है तो मन निर्मल करना होगा। इस रास्ते में चतुराई सबसे बड़ी बाधक है। इस मौके अन्य के अलावा मंडल के प्रधान हरीश सैनी, अश्वनी चोपड़ा, महेंद्र पाल गुप्ता, सुनील प्रिय, सुरेंद्र लकी, रमन वर्मा, सुरेंद्र ओहरी, नरेंद्र चोपड़ा, तिलक राज वर्मा, एसपी गौतम, जेके शर्मा, रविंद्र शर्मा, राजेश तनेजा, नरोत्तम शर्मा, मास्टर निहालचंद, अश्वनी शर्मा, बलविंदर बिंदी, कृष्ण कुमार शर्मा, डॉ किरण जीत, रोहताश शर्मा, हरीश खन्ना, मुकेश शर्मा, गौरव रामपाल, सुरजीत सोनी, पंडित श्री राम शास्त्री, कृष्ण गोपाल आनंद एवं पवन शर्मा भी उपस्थित थे।

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