होशियारपुर( द स्टैलर न्यूज़ )रिपोर्ट: राकेश भार्गव। 1008 स्वामी श्री प्रकाशानंद सरस्वती जी की अध्यक्षता में श्री रामचरितमानस प्रचार मंडल द्वारा श्री राम भवन, चांद नगर होशियारपुर में करवाई जा रही श्री राम कथा के तृतीय दिवस, मंडल के अध्यक्ष स्वामी प्रकाशानंद जी के साथ-साथ कोटला कलां ऊना से बिशेस रूप से पधारे राष्ट्रीय संत बाबा बाल जी ने अपने आशीर्वचनों से भक्तों का मार्गदर्शन किया। मंडल के प्रधान हरीश सैनी ने बताया कि यह उनके मंडल का 46 वां अर्ध वार्षिक कार्यक्रम है। प्रभु श्री राम जी की मनोहारी कथा को चित्रकूट से पधारीं परम आदरणीय साध्वी पं नीलम गायत्री जी ने नाम भगवान का जो दिल से लिया करते हैं, उन्हीं भक्तों को प्रभु प्यार किया करते हैं, सुनाकर आगे बढ़ाया। उन्होंने कहा कि राम का नाम ढाई अक्षर का है। परंतु यह साधारण नहीं है और यह हर साज पर गाया भी नहीं जा सकता है। उन्होंने कहा कि जब आहार शुद्ध होगा तो विचार शुद्ध होगा। विचार शुद्ध होगा, तो व्यवहार शुद्ध होगा। और जब व्यवहार शुभ हो गया तो सारा संसार ही शुभ हो जाएगा।
उन्होंने भोजन और भजन का अंतर समझाते हुए बताया कि भोजन और भजन में केवल मात्रा का ही अंतर है और यही मात्रा हमें समझाती है कि भोजन किस मात्रा तक करना चाहिए। प्रभु श्री राम जी के अवतार के प्रसंग को सुनाते हुए उन्होंने हरि नाम का प्याला, कोई पीवे कर्मां वाला सुनाकर उपस्थिति को भाव विभोर किया।इस मौके अन्य के अलावा मंडल के प्रधान हरीश सैनी, अश्वनी चोपड़ा, महेंद्र पाल गुप्ता, सुनील प्रिय, रमन वर्मा, सुरेंद्र ओहरी, वीरेन्द्र चोपड़ा, तिलक राज वर्मा, एसपी गौतम, जेके शर्मा, रविंद्र शर्मा, राजेश तनेजा, नरोत्तम शर्मा, मास्टर निहालचंद, अश्वनी शर्मा, बलविंदर बिंदी, कृष्ण कुमार शर्मा, विपिन गुप्ता, डॉक्टर सुभाष मोहन जलाली, राहुल आनंद, योगेश सैनी, मदन अरोड़ा, लक्ष्मी नारायण, पंडित श्री राम शास्त्री, कृष्ण गोपाल आनंद, पार्षद मीना शर्मा, बरूण आशू शर्मा, रवि प्रकाश, पंडित ओंकार शर्मा एवं ओमप्रकाश शास्त्री भी उपस्थित थे।