हरियाना (द स्टैलर न्यूज़)। तनाव के कारण हाइपोथायरायडिज्म की समस्या हो सकती है। थायराइड का स्तर बढऩे पर कई स्वास्थ्य संबंधित जटिलताएं हो सकती हैं। थायराइड गले में स्थित एक छोटी ग्रंथि है, जो कई आवश्यक हार्मोन स्रावित करती है। ये हार्मोन मेटाबॉलिज्म, शरीर के तापमान और विकास के लिए आवश्यक होते हैं। थायराइड के स्तर के बढऩे या कम होने, दोनों ही स्थिति में शरीर को नुकसान हो सकता है। योगाचार्य करण कुमार कुछ योग मुद्राओं को थायराइड के स्तर को संतुलित करने के लिए सहायक मानते हैं। थायराइड में करें सेतुबंधासन का अभ्यास, अधोमुखश्वानासन, उत्तानासन सहायक है।
सेतुबंधासन इस आसन को ब्रिज पोज भी कहते हैं। पीठ और रीढ़ की हड्डी को मजबूत करने के लिए यह योगासन लाभकारी है। अध्ययनों से पता चला है कि सेतुबंधासन के अभ्यास से थायराइड के लक्षणों को कम किया जा सकता है। इस आसन को करने के लिए पीठ के बल लेट कर पैरों को कंधे की चौड़ाई से थोड़ा अलग करके घुटनों को मोड़ लें। अब हथेलियों को खोलते हुए हाथ को बिल्कुल सीधा जमीन पर सटा लें और सांस को लेते हुए कमर के हिस्से को ऊपर की ओर उठाएंं। सांस छोड़ते हुए पुरानी वाली स्थिति में आ जाएं।