चंडीगढ़ (द स्टैलर न्यूज़)। महाराजा रणजीत सिंह आम्र्ड फोरसिज़ प्रैपरेटरी इंस्टीट्यूट ( ए. एफ. पी. आई.) के लिए आज का दिन बहुत महत्वपूर्ण है, क्योंकि इंस्टीट्यूट के 10 और कैडिटें को इंडियन मिलर्टी अकादमी में भारतीय फ़ौज में सेवाओं निभाने का मौका मिला है। पासिंग आउट परेड देहरादून में हुई जिसका निरीक्षण पी. वी. एस. एम., ए. वी. एस. एम., वी. एस. एम., ए. डी. सी., आर्मी स्टाफ के चीफ़ जनरल मनोज पांडे द्वारा किया गया।
जि़क्रयोग्य है कि महाराजा रणजीत सिंह आम्र्ड फोरसिज़ प्रैपरेटरी इंस्टीट्यूट पंजाब में रोजग़ार पैदा करना, हुनर विकास और प्रशिक्षण विभाग अधीन काम कर रहा है। पंजाब के रोजग़ार उत्पत्ति, हुनर विकास और प्रशिक्षण मंत्री अमन अरोड़ा ने कमिशनड अफसर के तौर पर भर्ती होने वाले नये कैडिटों को शुभकामनाएं दीं और उनको पूरी लगन और तनदेही के साथ देश की सेवा करने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि यह कैडिट पंजाब का मान और गौरव है जो देश की सेवा निभायेंगे।
महाराजा रणजीत सिंह प्रैपरेटरी इंस्टीट्यूट से प्रशिक्षण प्राप्त करके 136 कैडिटों का रक्षा सेवाओं में जाने का सपना हुआ साकार
उन्होंने बताया कि आज इन 10 आधिकारियों की नियुक्ति के साथ, अब इंस्टीट्यूट के 136 कैडिट हथियारबंद सेनाएं के तीन विंगों में कमिशनड अफ़सर के तौर पर अपनी सेवाओं निभा रहे हैं। जि़क्रयोग्य है कि पंजाब सरकार की तरफ से स्थापित महाराजा रणजीत सिंह आम्र्ड फोरसिज़ प्रैपरेटरी इंस्टीट्यूट लगातार पिछले 11 सालों से रक्षा सेवाओं के लिए अफसर बनने की प्रशिक्षण दे रहा है। 52 फीसद से अधिक सफलता दर के साथ यह संस्था देश में अपनी किस्म की सबसे सफल संस्था है।
मेजर जनरल अजय एच. चौहान ( सेवामुक्त) ; महाराजा रणजीत सिंह ए. एफ. पी. आई के डायरैक्टर, जो कि अपने कैडिटें को अफ़सर बनते देखने के लिए यहां मौजूद थे, ने भी उनको बधाई देते कहा कि वह अपने पद की मर्यादा को कायम रखते हुए देश की सेवा में जुट जाएं और पंजाब और देश का नाम रौशन करें। वर्णननीय है कि रक्षा सेवाओं में भर्ती होने की इच्छुक बड़ी संख्या में लड़कियों के सपनों को साकार करने के लिए मुख्यमंत्री स. भगवंत मान का नेतृत्व वाली पंजाब सरकार ने माई भागों आम्र्ड फोरसिज़ प्रैपरेटरी इंस्टीट्यूट ( लड़कियाँ), एस. ए. एस. नगर ( मोहाली) में नेशनल डिफेंस अकादमी ( एन. डी. ए.) प्रैपरेटरी विंग की स्थापना भी की है जो इस शैक्षिक सत्र से शुरू होगा।