मानव शरीर से बड़ा कोई गुरु नहीं: गौरव कृष्ण

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होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़), रिपोर्ट: गुरजीत सोनू/डा. ममता। श्री बांके बिहारी सेवा मंडल वैल्फेयर कमेटी होशियारपुर की तरफ से चेयरमैन पंडित दीपक शारदा की अगुवाई में करवाई जा रही श्री मद्भागवत कथा के सातवें एवं अंतिम दिन कथा का शुभारंभ जय राधे जय राधे राधे-राधे श्री राधे, जय कृष्णा जय कृष्णा जय कृष्णा-कृष्णा श्री कृष्णा भजन के साथ किया। कथा करते हुए गौरव कृष्ण गोस्वामी जी महाराज ने कहा कि जब हमारा भाव प्रभु के चरणों में पहुंच जाता है तो बिहारी जी विलम्भ नहीं करते। विलम्भ हम जीवों की ओर से हो रहा है, जबकि परमात्मा की तरफ से कोई देर नहीं है। हम भौतिक सुखों की दौड़ में परमात्मा से प्रेम करने में देर कर रहे हैं, उनका स्मरण करने में तथा जिस दिन हमारा प्रेम, हमारा भाव सच्चे अर्थ में जागृत होगा तो ठाकुर जी तुरंत आपको मिल जाएंगे।

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हम सोचते हैं कि प्रभु हमें मिले नहीं और सच तो यह है कि आजतक हमने उसे अपने पास बुलाया ही नहीं। भजन जिसको पाना ही था मकसद, उसे पाया ही नहीं, रोज आता है तेरे दिल पर वो दस्तक देने, फिर भी दिलवर को तूने दिल में बसाया ही नहीं के माध्यम से प्रभु प्रेम की गाथा समझाई। उन्हंने कहा कि परमात्मा की कृपा का बादल तो बरसने को तैयार है, ये तो हम ही हैं जो उनकी ओर से मुंह फेर कर बैठे हुए हैं।

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मानव कल्याण के सूत्र के बारे में गोस्वामी जी ने कहा कि मानव शरीर बड़ा ही दुर्लभ है। यह बड़ी कृपा से मिलता है। इस जीवन के मोल, मूल्य को हम समझ नहीं पाते, जिंदगी को समझने में एक अर्सा बीत जाता है और जब तक जीवन समझ में आता है तब तक जीवन ही बीत जाता है। जीवन मिला किस लिए है, इसका लक्ष्य क्या है। यह देह क्षणंगुर है। शरीर का अर्थ बताते हुए स्वामी जी ने कहा कि जो धीरे-धीरे रोग आदि के द्वारा काल के द्वारा जीर्ण होता जाए वो ही शरीर है।

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श्री मद्भागवत जी के 11वें स्कंद में यह माना गया है कि जो हमारा सबसे बड़ा जो गुरु है वह ओर कोई नहीं है यह शरीर ही है। क्योंकि यह शरीर हमें हर पल बता रहा है कि मैं जाने वाला हूं। पर हम देख कर भी अनदेखा कर देते हैं। कान जा रहे हैं, आंखें जा रही हैं, वाणी लडख़ड़ा रही है, शरीर बार-बार इशारा कर रहा है कि मैं जा रहा हूं तो इससे बड़ा गुरु और कौन होगा। इस गुरु की सुनो तो ओर किसी गुरु की मत सुनो। गोस्वामी जी ने कहा कि इससे पहले कि तुम्हारी चिता जले, हमें चेतना को जगा लेना चाहिए। इससे पहले कि अस्थियां बिखरें उससे पहले कि प्रभु चरणों में आस्था लगा लेनी चाहिए।

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संसार का सबसे बड़ा आश्चर्य यह है कि संसार से जाते हुए व्यक्ति को देखकर भी अपने जाने की तैयारी नहीं करता। संसार में किए हुए कार्य को सेवा बना लो। हम ये क्यों नहीं मान लेते कि हमको तो बांके बिहारी ने सेवा के लिए भेजा है। माता-पिता की सेवा भी सेवा है, बच्चों की देखभाल ही सेवा है, अपने जीवन को सेवा बना लो तो हर कार्य ऐसा लगेगा कि हम प्रभु की सेवा कर रहे हैं, जिससे बहुत आनंद आएगा। भजन पांव बख्शे हैं तो तोहफे के सफर भी देना, जिंदगी दी है प्यारे तो जीने का हुनर भी देना, जीवन को सेवा बना लो, एश्याम दा इश्क नहीं सोन दिंदा, सारी रात जगाई रखदा ए, जेनू लग जांदा ओनू सारी उमर, सूलां ते चढ़ाई रखदा ए तथा मेरे बांके बिहारी सांवरिया, तेरा जलवा कहां पर नहीं है के माध्यम से भगवान की उपमा का गुणगान किया।

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इस मौके पर गोस्वामी जी ने श्री कृष्ण के बेटे प्रधुमन जी द्वारा शम्भरासुर का उद्धार, श्री कृष्ण जी की रुकमणि, जामवती, सत्यभामा पटरानियों, कालिंदी (यमुना), श्री मित्रवृंदा, सत्या जी, सुभद्रा, लक्ष्मण जी, अनिरुद्ध की कथा, भगवान की 8 पटरानियां और 1600 रानियां, पौंडरक राजा की कथा, शिशुपाल की कथा, महाभारत युद्ध का वर्णन, बलराम जी की तीर्थ यात्रा का वर्णन के अलावा अन्य कथाएं सुनाकर श्रद्धालुओं को भावविभोर कर दिया। इस दौरान उनके द्वारा गाए भजन मेरे दिल से यह पैगाम आए, जुबान खोलूं तुम्हारा नाम आए, मुसीबत में मेरी हंसने वाले, तमाम आए, तुम ही काम आए व चले जाएंगे बिहारी जी सुन लो अर्ज हमारी, भूल न जाना फिर से बुलाना, इतनी बिनती हमारी, जो सच्चा भक्त भगवान का होता है वो एक ही बात भगवान से कहता है और वह है दिलों मैं तेनूं प्यार करां, मूंहों न इजहार करां, कृपा बिहारी जी की सबस लिए खास आए, खुशी हो हर तरफ न कोई भी उदास ाए, दिलों में प्यार का दीपक जले नफरत न रहे, प्रभु करे नया साल सबको रास आए सुनाकर उपस्थिति को झूमने पर विवश कर दिया। इस दौरान होली महोत्सव दृश्य का मंचन किया गया। जिस पर सभी ने झूम-झूम कर होली महोत्सव का आनंद लिया।

इस अवसर पर मुख्य यजमान ब्रिजेश चंद्र गुप्ता (विजय ब्राइडल), बाबा बाल जी महाराज कोटला कलां भना वाले, रघुवीर बंटी, विधायक सुन्दर शाम अरोड़ा, लक्की स्वामी, कमलजीत सेतिया, सुषमा सेतिया, मनीष गुप्ता (बिल्ला ब्रिक्स), कुशा गुप्ता, एस.पी. नरेश डोगरा, भाजपा जिला अध्यक्ष डा. रमन घई, मंडल अध्यक्ष मनोज शर्मा, मीनाक्षी शारदा, विश्व प्रसिद्ध फेस रीडर लक्की स्वामी, रोहित शर्मा, रोहित राधे, अनिल, विक्का, राजन शर्मा, धीरज, पप्पी सोढी, सुरिंदर कौशल, विनोद, चेतन, विजय, मोहित एवं सन्नी सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालु मौजूद थे।

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