चंडीगढ़ (द स्टैलर न्यूज़)। पंजाब विजीलैंस ब्यूरो ने आज अमरूदों के पौधों के मुआवज़े में हुए करोड़ों रुपए के घोटाले के सम्बन्ध में सेवामुक्त पटवारी सुरिन्दरपाल सिंह, जो घोटाले के समय लैंड ऐकुज़ीशन कुलैकटर ( एल. ए. सी.) ग्रेटर मोहाली एरिया डिवैल्लपमैंट अथॉरिटी (गमाडा) के दफ़्तर में तैनात था, को गिरफ़्तार किया है। बताने योग्य है कि इस घोटाले में यह 18वीं गिरफ़्तारी है। ज़िला एस. ए. एस. नगर ( मोहाली) के गाँव बाकरपुर में गमाडा की तरफ से ऐकुआइर की ज़मीन के एवज में जारी किये करोड़ों रुपए के मुआवज़े में यह घपला हुआ था। इस सम्बन्धी जानकारी देते हुये विजीलैंस ब्यूरो के अधिकारित प्रवक्ता ने बताया कि सुरिन्दरपाल सिंह ने गलत लाभार्थियों को मुआवज़े का लाभ दिलाने के लिए गलत सूचना देने में अहम भूमिका निभाई थी।
उन्होंने बताया कि बाग़बानी विभाग ने मुआवज़े के वितरण के लिए अमरूद के पौधों की मार्केट कीमत दिखाते हुये एल. ए. सी. गमाडा को मूल्यांकन रिपोर्ट भेजी थी परन्तु माल रिकार्ड अनुसार इस रिपोर्ट में कुछ ज़मीन मालिकों के नाम और ज़मीन का हिस्सा सही नहीं दर्शाया गया था। मुलजिम पटवारी ने इस बारे ऐतराज़ उठाने की बजाय बाग़बानी विभाग की इस रिपोर्ट अनुसार मुआवज़ा राशि जारी करने की सिफ़ारश कर दी। प्रवक्ता ने बताया कि उक्त पटवारी की सिफ़ारिश के आधार पर नायब-तहसीलदार ने यह केस समकालीन एल. ए. सी. को आगे भेज दिया, जिसकी तरफ से अदायगियाँ जारी कर दी गई। सुरिन्दरपाल सिंह को इस केस में मुलजिम के तौर पर नामज़द करके आज श्री मुक्तसर साहिब से गिरफ़्तार कर लिया गया है।