जालंधर, (द स्टैलर न्यूज़)। महिला किसान यूनियन ने भाजपा शासित पहाड़ी राज्य मणिपुर में दो महिलाओं के साथ हुई जघन्य घटना की कड़ी निंदा की है, जिसमें दो अबला औरतों को एक गुट के उपद्रवी बदमाशों ने नग्न कर, थप्पड़ मारे, पीटा और उनकी अज़मत लूट ली।
महिला किसान यूनियन की अध्यक्ष बीबा राजविंदर कौर राजू ने मणिपुर के मुख्यमंत्री के तत्काल इस्तीफे की मांग करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से निर्दोष महिलाओं के खिलाफ इस जघन्य अपराध में शामिल सभी आरोपियों को सख्त और अनुकरणीय सजा देने को कहा है। बीबा राजू ने इस भयावह घटना को भारत में महिलाओं के लिए काला दिन बताया। भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार के “बेटी बचाओ” नारे पर निराशा व्यक्त करते हुए उन्होंने दुख जताया कि मोदी सरकार में भारतीय महिलाओं की सुरक्षा में सुधार होने के बजाय और गिरावट आई है। उन्होंने कहा कि वोट हासिल करने के लिए सांप्रदायिक विभाजन की राजनीति में शामिल होने के बजाय शीर्ष नेताओं की जिम्मेदारी महिलाओं को दक्षिणपंथियों के क्रूर पंजों से बचाने की है।
पीड़ितों के लिए न्याय की मांग करते हुए एक सख़्त बयान में, महिला किसान नेता ने कहा कि यह घटना औरतों की इज़्ज़त व गरिमा पर एक बड़ा हमला है और हिंसा प्रभावित पहाड़ी राज्य में महिलाओं के साथ शर्मनाक, अमानवीय और निंदनीय व्यवहार को उजागर करती है, जहां शासकों ने ऐसे अमानवीय हमलों की श्रृंखला पर आंखें मूंद ली हैं। बीबा राजू ने कहा कि अगर प्रधानमंत्री ने अपनी पार्टी के बाहुबली सांसद बृजभूषण सिंह, भारतीय कुश्ती महासंघ के पूर्व अध्यक्ष, के खिलाफ ओलंपियन पहलवान लड़कियों से छेड़छाड़ करने के आरोप में कड़ी कार्रवाई की होती, तो ऐसी भयानक घटना कभी नहीं होती।
भगवा पार्टी के शीर्ष नेतृत्व की कड़ी आलोचना करते हुए, बीबा राजू ने कहा कि पूरा देश पिछले दो महीनों से मणिपुर में हो रहे नरसंहार और भीषण हिंसा से बहुत चिंतित है और इस नरसंहार पर प्रधान मंत्री की चुप्पी दुर्भाग्य से आम लोगों, विशेषकर महिलाओं पर इतने चरम और जघन्य हमलों का कारण बनी है। महिला नेता ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ऊपर हिंसा पर प्रभावी ढंग से अंकुश नहीं लगाने का आरोप लगाते हुए मांग की है कि प्रधानमंत्री तुरंत हिंसा प्रभावित राज्य का दौरा करें और वहां चल रहे नरसंहार को रोकने के लिए तत्काल कदम उठाएं।